नई दिल्ली 03 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : इस बार मई का महीना कुछ अलग ही अंदाज में बीता. ना चिलचिलाती धूप ना ही लू के थपेड़े. बल्कि बारिश, बादल और ठंडी हवाओं ने दिल्ली और पूरे देश को चौंका दिया. लगभग सभी राज्यों में मई में बारिश देखने को मिला. कई राज्यों में तो खूब बारिश हुई. अब सवाल उठता है कि ये कैसे संभव हुआ कि मई के महीने में जहां खूब गर्मी पड़ती है वहां तेज बारिश होना लगा.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की रिपोर्ट के मुताबिक मई 2025 में औसतन सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई. बारिश 126.7 मिमी दर्ज किया गया जो 1901 से अब तक किसी भी मई महीने में सबसे ज्यादा है. दिल्ली में दिन के तापमान भी सामान्य से काफी नीचे रहे. औसत अधिकतम तापमान 35.08 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 1901 से अब तक सातवां सबसे कम है. रात का तापमान भी ठंडा रहा जो 59वें सबसे ठंडे मई महीनों में से एक रहा.

बारिश का ऐसा रिकॉर्ड बना
इस बार देशभर में:

  • 1053 भारी बारिश की घटनाएं हुईं (64.5–115.5 मिमी)
  • 262 बहुत भारी बारिश की घटनाएं दर्ज हुईं (115.6–204.5 मिमी)
  • 39 अति भारी बारिश की घटनाएं दर्ज की गईं (204.5 मिमी से ज्यादा)

यह आंकड़े पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा हैं, सिर्फ 2021 को छोड़कर. उस समय अति भारी बारिश की घटनाएं 42 हुई थीं.

ऐसा क्यों हुआ?
IMD वैज्ञानिक ओपी श्रीजीत के मुताबिक, इसके तीन बड़े कारण हैं:

  1. मानसून का जल्दी आना
  2. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में दो डिप्रेशन बनना
  3. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) का लगातार असर रहना

वेस्टर्न डिस्टर्बेंस बना सबसे बड़ा फैक्टर
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आमतौर पर सर्दियों में दिसंबर से फरवरी तक असर दिखाते हैं . लेकिन इस बार ये मई के आखिर तक एक्टिव रहे. इसकी वजह से उत्तर भारत में बार-बार बारिश और आंधी-तूफान हुए. IMD प्रमुख एम. मो. पात्रा के मुताबिक उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून अब तक नहीं पहुंचा है और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस बने हुए हैं. यही वजह है कि दिल्ली और आसपास के राज्यों में अचानक तेज़ बारिश और तूफान देखने को मिले.

सदी की सबसे ठंडी मई कब रही?

  • IMD के अनुसार सबसे ठंडी मई थी 1917 – औसत तापमान 33.09°C.
  • इसके बाद 1933, 1977, 2021, 1920 और 1971 में भी तापमान 35°C से नीचे रहा.
  • 2025 की मई भी अब इस सूची में शामिल हो गई है.
ChatGPT said:

सारांश:
मई 2025 भारत के मौसम इतिहास में 1901 के बाद सबसे ठंडा महीना रहा। आमतौर पर लू और भीषण गर्मी के लिए पहचाने जाने वाले इस महीने में तापमान सामान्य से काफी कम दर्ज किया गया। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, बार-बार पश्चिमी विक्षोभ, बारिश, बादल और नमी भरी हवाओं के कारण पूरे उत्तर और मध्य भारत में तापमान गिरा रहा। इस बार मई में लू की घटनाएं लगभग न के बराबर रहीं, जिससे मौसम अप्रत्याशित रूप से ठंडा रहा।

Bharat Baani Bureau

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