17 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) देश में 3 दिन बाद, तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर योग पोज वाली तस्वीरों की बाढ़ आने वाली है। हैश टैग योग दिवस ट्रेंड करने वाला है। भले, बहुत से लोगों के लिए अब भी, योग जीवनशैली का हिस्सा ना हो। लेकिन ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस‘ पर एकबार फिर योग को शोकेस करने की रेस होगी। जबकि असली फायदा दिखावे से नहीं, करने से होगा, योग को लाइफ स्टाइल का हिस्सा बनाने से होगा। आयुष मंत्रालय की स्टडी के मुताबिक, पिछले 10 साल में योग से 38% लोग तनाव-मोटापा भगाने में कामयाब रहे। करीब 15% लोगों को पेट की गंभीर समस्याओं से छुटकारा मिला। स्टडी में 25% लोगों ने ये कहा कि योग से उनकी फिजिकल एक्टिविटी बढ़ी है और ये हाल तब है, जब देश के 60% लोग प्रॉपर योगाभ्यास करना जानते ही नहीं।
बात जब रोजाना अभ्यास की आती है तो ये आंकड़ा निराश करने वाला है। देश में सिर्फ 11 फीसदी लोग ही रोज योग करते हैं जबकि 14 फीसद लोग कभी-कभी योग कर लेते हैं। सीधे-सीधे कहें तो ये कि देश में 75% से ज्यादा लोगों ने कभी योग किया ही नहीं जो दिखाता है कि सिर्फ एक चौथाई आबादी तक ही योग की पहुंच है। इसके बाद भी सेहत को लेकर कॉन्ट्रिब्यूशन 38% है। अब आप समझ जाइए कि खास मौके पर योगिक सेल्फी की जगह, योग को सेल्फ लाइफ का हिस्सा बनाते हैं तो कितना फायदा होगा। बीमारियां दूर होगी, तो देश कितनी तरक्की करेगा। तो इस बार सिर्फ सेल्फी नहीं सेहत के लिहाज से भी सोचिए। अगर आप ये सोच रहे हैं कि योग कैसे करें, योगाभ्यास तो हमें आता ही नहीं तो उसके लिए विश्व प्रसिद्ध योगगुरु स्वामी रामदेव हैं ना जो आपको आज अगले 40 मिनट योग का प्रोटोकॉल स्टेप बाई स्टेप बताने वाले हैं।
योग की ‘ABCD’
- सही तरीके से योग ना करना
- ब्रीदिंग पर ध्यान ना देना
- नहीं मिलेगा योग का फायदा
दूर होगा कंफ्यूजन
- सांस कैसे लेनी है ?
- कितनी देर पहले खाना खाएं ?
- कितनी देर योग करें ?
- कौन से आसन नहीं करने ?
- खिंचाव आने पर क्या करें ?
- प्राणायाम का सही तरीका
दिल के मरीज़ ना करें
- चक्रासन
- हलासन
- सर्वांगासन
- शीर्षासन
- कपालभाति धीरे करें
- भस्त्रिका धीरे करें
हाई बीपी वाले ना करें
- दंड-बैठक
- शीर्षासन
- सर्वांगासन
- योग क्षमता के हिसाब से करें
सर्वाइकल के मरीज ना करें
- गर्दन को आगे ना झुकाएं
- आसन में झटके से वापस ना आएं
- चक्कर आने पर रुक जाएं
- पवनमुक्तासन में सिर ना उठाएं
- कपालभाति धीरे-धीरे करें
स्लिप डिस्क में ना करें
- पादहस्तासन
- त्रिकोणासन
- उत्तानपादासन
आदत में शामिल करें
- एलोवेरा-गिलोय जूस
- हल्दी वाला दूध
- जीरा,धनिया,सौंफ,मेथी
- अजवाइन का पानी
हेल्दी लाइफ स्टाइल
जंक फूड ना खाएं
खूब पानी पीएं
स्ट्रेस, टेंशन कम लें
खाना समय से खाएं
सारांश:
एक सर्वे के अनुसार भारत में केवल 11% आबादी ही नियमित रूप से योग करती है, जबकि योग को भारत की प्राचीन धरोहर और स्वस्थ जीवनशैली का आधार माना जाता है। बाबा रामदेव का कहना है कि योग न सिर्फ बीमारियों से बचाता है, बल्कि मानसिक शांति, ऊर्जा और संतुलन भी देता है। उन्होंने कहा कि योग को हर उम्र के व्यक्ति को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए ताकि जीवन स्वस्थ और निरोगी बना रहे।