17 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) हड्डियों का कैंसर एक दुर्लभ लेकिन गंभीर स्थिति है, जिसे समय रहते पहचानना बेहद जरूरी होता है। अधिकतर मामलों में इसके लक्षण शुरुआत में मामूली लग सकते हैं, लेकिन धीरे-धीरे यह दर्द और असहजता के रूप में गंभीर रूप ले सकता है। दिल्ली में स्थित पीएसआरआई अस्पताल में डायरेक्टर और जॉइंट प्रिज़र्वेशन एंड रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. गौरव प्रकाश भारद्वाज के अनुसार, यदि समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है

हड्डियों के कैंसर का लक्षण:

  • हड्डी में लगातार दर्द होना: हड्डियों के कैंसर में सबसे आम और पहला लक्षण हड्डी में लगातार रहने वाला दर्द होता है। यह दर्द पहले तो केवल गतिविधियों के दौरान महसूस होता है, लेकिन समय के साथ यह स्थायी हो सकता है और रात को अधिक बढ़ जाता है। यह दर्द अकसर लंबी हड्डियों जैसे कि जांघ, पिंडली, या कंधे की हड्डी में शुरू होता है, लेकिन यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है।
  • हड्डी का कमजोर होना: कुछ मामलों में सूजन भी दिखाई देती है। कैंसर ग्रस्त क्षेत्र के आसपास सूजन, लालिमा या गर्मी महसूस हो सकती है। इसके साथ-साथ हड्डी कमजोर होने लगती है, जिससे बिना किसी गंभीर चोट के भी फ्रैक्चर हो सकता है। यदि बच्चा है और उसकी लंबाई में वृद्धि रुक गई है, तो यह भी एक संकेत हो सकता है।
  • थकान-वजन कम होना: हड्डियों के कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को सामान्य थकान, वजन कम होना, बुखार रहना और रात को पसीना आना जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। ये लक्षण जब किसी भी अन्य स्पष्ट कारण के बिना दिखाई दें, तो डॉक्टर से तुरंत परामर्श लेना चाहिए।
  • कैंसर के मरीजों रहें सावधान: यह बात विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है कि यदि किसी व्यक्ति को पहले से कोई अन्य कैंसर (जैसे ब्रेस्ट, लंग, प्रोस्टेट आदि) है, तो उस कैंसर के शरीर के अन्य भागों, विशेषकर हड्डियों में फैलने की संभावना होती है। ऐसे में अगर ऐसे मरीज को हड्डियों में दर्द या सूजन जैसी कोई नई समस्या हो, तो तुरंत किसी विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।

हड्डियों के कैंसर की कैसे करें पहचान ?

हड्डियों के कैंसर की पहचान के लिए एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन, बोन स्कैन और बायोप्सी जैसे परीक्षण किए जाते हैं। शुरुआत में यदि इस बीमारी को पकड़ लिया जाए तो इलाज की सफलता की संभावना काफी अधिक होती है। इसके इलाज में कीमोथेरेपी, रेडिएशन और सर्जरी शामिल हो सकते हैं।

हड्डियों में किसी भी असामान्य दर्द या सूजन को नजरअंदाज न करें, खासकर अगर वह लगातार बना हुआ हो या समय के साथ बढ़ रहा हो। समय पर जांच और उपचार से इस जानलेवा बीमारी से बचाव संभव है। हमेशा याद रखें—जितनी जल्दी पहचान, उतना बेहतर इलाज।

सारांश:
हड्डियों का कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जिसकी पहचान शुरुआती चरण में करना बेहद जरूरी होता है। डॉक्टरों के अनुसार इसके शुरुआती लक्षणों में हड्डियों में लगातार दर्द, सूजन, चलने-फिरने में दिक्कत और रात में दर्द बढ़ना शामिल है। आमतौर पर दर्द शरीर के किसी एक हिस्से से शुरू होता है और धीरे-धीरे फैलता है। समय रहते सही जांच और इलाज से इस बीमारी से लड़ना संभव है।

Bharat Baani Bureau

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