नई दिल्ली 18 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . भारतीय क्रिकेट टीम शुभमन गिल की कप्तानी में कड़ी ट्रेनिंग और इंट्रा-स्क्वाड मैच खेलने के बाद लीड्स पहुंच गई है. बेकेनहम में अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद भारतीय टीम ट्रेन से लीड्स पहुंची. पूरी टीम और कोचिंग स्टाफ को ट्रेन स्टेशन से बाहर आते देखा गया. टीम इंडिया हेडिंग्ले के यॉर्कशायर क्रिकेट ग्राउंड में इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबला करेगी. मुकाबले से तीन दिन पहले ही पूरी टीम यहां पहुंच गई हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम 5 मैचों की टेस्ट सीरीज को जीतकर दमदार शुरुआत करना चाहती है. रोहित शर्मा के टेस्ट से संन्यास लेने के बाद टेस्ट टीम के नए कप्तान बनाए गए शुभमन गिल पर दबाव होगा. अनुभवी खिलाड़ियों को बिना पहुंची टीम अपने पहले मैच के लिए जमकर तैयारी कर रही है. तमाम दिग्गज गौतम गंभीर की इस टीम के खिलाफ इंग्लैंड का पलड़ा मजबूत मान रहे हैं और उनकी सीरीज जीत का दावा करते नजर आए.
टीम इंडिया ट्रेन से लीड्स पहुंची
टीम इंडिया अपनी नई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप सर्किल की शुरुआत इंग्लैंड में एक अवे सीरीज से करेगी. शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम बेन स्टोक्स की अगुवाई वाली टीम के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी. यह एक हाई-स्टेक्स मुकाबला होने की उम्मीद है क्योंकि 25 साल से शुभमन गिल एक नई नवेली भारतीय टीम की कमान संभाल रहे है जो एक नए युग की शुरुआत का संकेत है.
पहले टेस्ट मैच से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी लीड्स पहुंच चुके हैं. स्टार स्पोर्ट्स सोशल मीडिया पर टीम इंडिया का एक खास वीडियो शेयर किया है. इसमें टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल, जसप्रीत बुमराह, उप कप्तान ऋषभ पंत, प्रसिद्ध कृष्णा, केएल राहुल, फील्डिंग कोच टी. दिलीप, करुण नायर, अर्शदीप सिंह और कई अन्य को रेलवे स्टेशन से बाहर आते देखा गया. भारतीय टीम के लिए कोई टीम बस का इंतजाम नहीं था बल्कि ट्रेन से अपने गंतव्य पर पहुंची.
हर्षित राणा कवर के रूप में टीम में शामिल
इंडिया ए टीम के साथ आए तेज गेंदबाज हर्षित राणा को रुकने के लिए कहा गया है. उन्हें भी टीम के साथ स्टेशन पर देखा गया. स्टार स्पोर्ट्स के अनुसार दिल्ली के इस तेज गेंदबाज को इंग्लैंड सीरीज के लिए भारत की टेस्ट टीम में शामिल किया गया है. हालांकि, उन्हें आधिकारिक रूप से टीम का सदस्य नहीं बनाया गया है, बल्कि कवर के रूप में लाया गया है.
सारांश:
टीम इंडिया को पहले टेस्ट मैच के लिए सुविधाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ा। न तो चार्टर प्लेन मिला और न ही टीम बस की व्यवस्था की गई। मजबूरन खिलाड़ियों को लोकल ट्रेन से सफर करना पड़ा, जहां उन्हें आम यात्रियों की भीड़ से जूझना पड़ा। यह घटना बोर्ड और आयोजन समिति की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े करती है।