नई दिल्ली 25 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट हार के बाद डबल्यूटीसी प्वॉइंट टेबल में नुकसान हुआ है.टीम इंडिया को इंग्लैंड ने 5 विकेट से हराकर उसे चौथे नंबर पर धकेल दिया है जबकि हेडिंग्ले में जीत के बाद इंग्लैंड पहले नंबर पर पहुंच गया है. डबल्यूटीसी के नए चक्र की शुरुआत बांग्लादेश बनाम श्रीलंका टेस्ट से 17 जून से शुरू हो गया है. गॉल में खेला गया यह टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था. दोनों का पीसीटी एक समान है और दोनों टीमें डब्ल्यूटीस प्वॉइंट टेबल में क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं. भारतीय टीम को प्वॉइंट टेबल में उपर उठने के लिए दूसरा टेस्ट हर हाल में जीतना होगा. भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच 2 जुलाई से एजबेस्टन में खेला जाएगा.
इंग्लैंड ने भारत को 5 विकेट से हराकर इस टेस्ट मैच से 12 अंक अर्जित किए.वहीं भारतीय टीम को इस टेस्ट से एक भी अंक नहीं मिला. इंग्लैंड की टीम का जीत का प्रतिशत 100.00 है. वहीं दूसरे नंबर पर बांग्लादेश तो तीसरे नंबर पर श्रीलंका है. दोनों टीमों के एक समान 4-4 अंक हैं. जबकि जीत का प्रतिशत 33.33-33.33 है
भारत डब्ल्यूटीसी 2019-21 अंक तालिका में शीर्ष पर रहा था. जबकि 2021-23 डब्ल्यूटीसी चक्र में टीम इंडिया दूसरे स्थान पर रही. वहीं डब्ल्यूटीसी 2023-25 चक्र में तीसरे स्थान पर रहा. भारत डब्ल्यूटीसी 2023-25 के फाइनल के लिए भी क्वालीफाई कर सकता था, लेकिन पिछले 8 टेस्ट में 6 हार ने उसे बहुत नुकसान पहुंचाया.
भारत और इंग्लैंड के बीच जारी 5 मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट 2 से 6 जुलाई तक बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेला जाएगा. और अंतिम तीन मैच लॉर्ड्स (10-14 जुलाई), मैनचेस्टर (23-27 जुलाई) और द ओवल (31 जुलाई-4 अगस्त) में खेले जाएंगे. इंग्लैंड में पांच टेस्ट खेलने के बाद भारतीय टीम इस साल के अंत में वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के साथ दो-दो मैचों की सीरीज खेलेगी.विंडीज के खिलाफ दो रेड-बॉल मैच अहमदाबाद और दिल्ली में होंगे, जबकि कोलकाता और गुवाहाटी 2025 डब्ल्यूटीसी विजेता साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैचों की मेजबानी करेगी.
सारांश:
इंग्लैंड ने भारत को हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की पॉइंट टेबल में पहला स्थान हासिल कर लिया है। भारत की हार के बाद उसकी रैंकिंग नीचे खिसक गई है। अब टीम इंडिया तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। WTC की इस रेस में हर जीत और हार काफी मायने रखती है, जिससे फाइनल की राह कठिन होती जा रही है।