25 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) भारत ने एक ऐसा मैच गंवा दिया, जो पूरी तरह से उसके कब्जे में था. शुरुआती दो दिन जिस मुकाबले में उसका दबदबा था, उसे इंग्लैंड ने इतनी आसानी से छीन लिया. जैसे किसी बच्चे से उसकी चॉकलेट हथिया ली जाती है. उपकप्तान ऋषभ पंत ने दोनों पारियों में शतक जमाया जबकि गिल, यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने भी शतक बनाए, लेकिन भारत दोनों पारियों में अपेक्षित बड़ा स्कोर नहीं बना सका और कई अहम कैच भी छूटे.
अगले मैच से पहले इन गलतियों को दूर कर लो
अगला मैच बर्मिंघम के एजबेस्टन में 2 जुलाई से होना है. भारत के पास तैयारियों के लिए लंबा वक्त है. ऐसे में शुभमन गिल एंड कंपनी को अपनी इन तीन गलतियों पर काम करना होगा. अगर ये कमियां दूर नहीं हुई तो सीरीज में 0-2 से पिछड़ने से कोई नहीं रोक सकता.
मिडिल ऑर्डर को रन बनाना होगा
पहली पारी में एक समय स्कोर तीन विकेट पर 359 रन रहने के बाद पूरी टीम 471 रन पर आउट हो गई. दूसरी पारी में भी आखिरी छह विकेट 77 रन के भीतर गिर गए. मैच के बाद शुभमन गिल ने भी इस गलती को माना. उन्होंने कहा, ‘हमने निचले क्रम के योगदान पर बात की, लेकिन यह इतनी जल्दी (विकेटों का पतन) हो गया. हमें आने वाले मैचों में इसमें सुधार करना होगा.’
कैच पकड़ना तो बचपन में सिखाया जाता है न!
भारत की जीत में जो एक चीज आड़े आई, वो थी खराब फील्डिंग. भारत ने कई कैच ड्रॉप किए. कम से कम सात ऐसे कैच थे जो पकड़े जाने चाहिए थे. अकेले यशस्वी जायसवाल ने चार कैच छोड़े. इंग्लैंड पर कभी दबाव बना ही नहीं. गैप्स से चौके जाते रहे. मिस फील्ड से रन लीक हुए. सिंगल-डबल तो वो आंख बंद करके दौड़ जाते थे! कैच छूटने प गिल ने अपने फील्डर्स का बचाव करते हुए कहा, ‘इस तरह की विकेटों पर आसानी से मौके नहीं मिलते. यह युवा टीम है और सीख रही है. उम्मीद है कि इन पहलुओं पर आगे बेहतर प्रदर्शन होगा.’
सारांश:
भारत को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में वापसी करनी है तो टीम को अपनी पिछली गलतियों से सबक लेना होगा। पहली गलती थी मिडल ऑर्डर का लगातार फ्लॉप होना, दूसरी – बॉलिंग में आक्रामकता की कमी और तीसरी – कैच छोड़ना। अगर ये तीनों कमजोरियां दूर कर ली गईं, तो टीम इंडिया के पास वापसी का पूरा मौका है।