30 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) मानसून का मौसम डायबिटीज के रोगियों के लिए खास चुनौतियों भरा हो सकता है। इसलिए शुगर से पीड़ित लोगों को बारिश में सावधान रहने की जरूरत है। मानसून में मौसमी और वायरल संक्रमणों के बढ़ते खतरे के अलावा दिनचर्या भी प्रभावित होती है। इस मौसम में कई बार सुबह शाम की सैर, साफ-सफाई हो या काम पर भी असर होता है। इस मौसम में डायबिटीज के मरीज को घर के अंदर एक्टिव रहना जरूरी है। खाने में हेल्दी चीजें शामिल करें और अपने ग्लूकोज रीडिंग के बारे में अपडेट रहें। 

नोएडा के कैलाश अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन के डॉक्टर संजय महाजन ने बताया, ‘मानसून के मौसम में फ्लू और जलजनित बीमारियों जैसे संक्रमणों का जोखिम बढ़ जाता है, जो मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए काफी मुश्किलें पैदा कर सकता है। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण जरूरी कदम उठाना और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने पर ध्यान देना महत्वपूर्ण हो जाता है। ऐसे लोगों को एक्टिव लाइफस्टाइल जीनी चाहिए। अपने खाने में पोषण संबंधी जरूरतों का ख्याल रखना चाहिए। 

मानसून में डायबिटीज को कैसे कंट्रोल रखें?

इम्यूनिटी बढ़ाने वाला खाना खाएं- बारिश के दौरान स्ट्रीट फूड लोगों को अच्छा लगता है, लेकिन ये खाना खराब होने का खतरा भी कहीं ज्यादा होता है। ऐसे में डायबिटीज के रोगियों को संक्रमण को रोकना कठिन हो सकता है। खाने में घर की बनी चीजें, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर चीजें, पकी सब्जियां, खाएं। फल सब्जियों को अच्छी तरह धोकर खाएं।

पैरों की खास देखभाल करें- मधुमेह पीड़ितों को इस समय अपने पैरों की खास देखभाल करनी चाहिए। पैर गीले होने पर फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। इस मौसम में चोट लगने से भी बचाएं। पैरों को सूखा रखें। गीले सॉक्स न पहनें। पैरों के नाखून साफ और कटे हुए रखें। नंगे पैर चलने से बचें। आरामदायक जूते ही चुनें।

नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच- मानसून में नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर की जांच रखें। खाने, व्यायाम या तनाव के स्तर में ग्लूकोज लेवल प्रभावित कर सकता है। मौसम में नमी और तापमान में परिवर्तन भी इंसुलिन संवेदनशीलता को प्रभावित कर सकते हैं। जिससे ब्लड शुगर कम या ज्यादा हो सकता है। इसलिए समय समय पर ब्लड शुगर की जांच करते रहें।

घर में कोई न कोई व्यायाम करें- इस मौसम में भी अपनी फिटनेस दिनचर्या को कम न होने दें, भले ही आपको घर के अंदर ही क्यों न व्यायाम करना पड़े। बारिश न हो तो बाहर जाकर वॉक करें। घर के अंदर लो इंटेंसिटि वाली एक्सरसाइज कर सकते हैं। जैसे 30 मिनट की छोटी कसरत या घर के अंदर रोजाना सुबह की वॉक कर लें इससे ब्लड शुगर मेंटेन रहेगा।

हाइड्रेटेड रहें- ह्यूमिडिटी के मौसम में डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ जाती है। जिससे ग्लूकोज का लेवल भी प्रभावित हो सकता है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप खूब पानी पीते रहें। भले ही आपको प्यास न लगे। हर्बल टी और इन्फ्यूज्ड पानी भी हाइड्रेशन में सहायता कर सकते हैं।

सारांश:
बरसात के मौसम में डायबिटीज के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है। इस मौसम में संक्रमण, कम शारीरिक गतिविधि और खानपान में गड़बड़ी के चलते ब्लड शुगर का स्तर बिगड़ सकता है। डॉक्टरों का सुझाव है कि मरीज हेल्दी डाइट लें, एक्सरसाइज जारी रखें और ब्लड शुगर की नियमित जांच करें। नमी और फंगल इंफेक्शन से बचने के लिए साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।

Bharat Baani Bureau

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