03 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) भारतीय अरबपति मुकेश अंबानी का रिलायंस ग्रुप तेजी से अपनी उधारी बढ़ा रहा है। कंपनी करीब ₹18,000 करोड़ (2 अरब डॉलर) की रकम एसेट आधारित सिक्योरिटी के जरिए जुटाने की योजना बना रही है। यह इस साल भारत में होने वाले सबसे बड़े सौदों में से एक हो सकता है।

जानकारी के मुताबिक, इस सौदे के लिए सिक्योरिटीज एक ट्रस्ट के जरिए जारी की जाएंगी और इन्हें रिलायंस ग्रुप के इंफ्रास्ट्रक्चर और टेलीकॉम बिजनेस से जुड़े लोन से बैक किया जाएगा। इन सिक्योरिटीज की मियाद 3 से 5 साल तक हो सकती है। इस डील को Barclays Plc मैनेज कर रही है।

जापानी बैंकों से भी लोन लेगी रिलायंस

रिलायंस इंडस्ट्रीज अलग से करीब ¥92 अरब (619 मिलियन डॉलर यानी ₹5,160 करोड़) का लोन जापान के बैंकों से भी ले रही है। इसमें Mizuho Financial Group, Mitsubishi UFJ Financial Group और Sumitomo Mitsui Banking Corporation शामिल हैं। यह लोन आगे और बैंकों व संस्थाओं में बांटा जा रहा है, ताकि मिलकर इसकी फंडिंग की जा सके।

भारत में सेक्युरिटाइजेशन मार्केट

भारत में Securitization Deals दो तरीके से होती हैं – Asset-Backed Securities (Pass-Through Certificates) और Direct Assignments। यह मार्केट अभी छोटा है, लेकिन ICRA की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2025 तक यह रिकॉर्ड ₹2.5 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है।

निवेशकों के लिए मौका

रिलायंस की यह डील निवेशकों को टॉप-रेटेड Asset-Backed Securities में निवेश करने का मौका देगी। अभी तक इस मार्केट में ज्यादातर हिस्सेदारी NBFCs (नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों) की रही है। यह ट्रांजैक्शन सितंबर के मध्य तक पूरा हो सकता है। 

Bharat Baani Bureau

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