नई दिल्ली 09 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . श्रेयस अय्यर अपनी बात कहने से कभी नहीं हिचकिचाते, और उनकी ताज़ा टिप्पणियाँ कोलकाता नाइट राइडर्स से पंजाब किंग्स तक के उनके सफ़र को आकार देने वाली उथल-पुथल को साफ़ तौर पर दर्शाती हैं. एक इंटरव्यू में अय्यर ने स्वीकार किया कि पंजाब में उन्हें अब जो “सम्मान” और जुड़ाव मिलता है, वह KKR में उनके कार्यकाल के दौरान नहीं था. इंडियन प्रीमियर लीग ) 2024 जीतने के बावजूद, ऐसी खबरें थीं कि गौतम गंभीर अय्यर के साथ सहमत नहीं थे.

श्रेयस अय्यर  ने पॉडकास्ट में  कहा, एक कप्तान और खिलाड़ी के तौर पर मैं बहुत कुछ देता हूँ. अगर मुझे सम्मान मिले, तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है. पंजाब में भी यही हुआ उन्होंने मुझे हर तरह का समर्थन दिया, चाहे वह कोच हों, प्रबंधन हो या खिलाड़ी मैं प्रबंधन और कोचों के साथ हर बैठक में मौजूद था और रणनीतिक रूप से योगदान दे रहा था और यह ऐसी चीज़ है जो मुझे पसंद है.

गौतम गंभीर से विवाद कैसे हुआ ?

कोलकाता से श्रेयस का जाना चौंकाने वाला था, खासकर तब जब उन्होंने 2024 में केकेआर को तीसरी बार आईपीएल का खिताब दिलाया था. रिपोर्टों में रिटेंशन की शर्तों पर तालमेल की कमी और टीम में उनकी भूमिका को लेकर मतभेदों की बात कही गई थी, जो गौतम गंभीर की मेंटर के रूप में वापसी के साथ ही हुआ. अय्यर पीठ की चोट के कारण 2023 सीज़न से बाहर रहे और 2024 में पुनर्गठित टीम में वापसी की,लेकिन उस साल के अंत तक वह केकेआर की दीर्घकालिक योजनाओं का हिस्सा नहीं रहे. ये बड़े शब्द इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि भारतीय सुपरस्टार पंजाब किंग्स में अपने वर्तमान माहौल और केकेआर में अपने अनुभव के बीच कितना अलग महसूस करते हैं, जहां 2024 में आईपीएल खिताब के लिए टीम की कप्तानी करने के बावजूद, उन्होंने कभी भी आंतरिक सर्कल का पूरी तरह से हिस्सा महसूस नहीं किया. अय्यर ने केकेआर की मेगा नीलामी की योजना के बारे में बात करते हुए खुलासा किया, “मैं इस बातचीत का हिस्सा तो था, लेकिन पूरी तरह से इसमें शामिल नहीं था. मैं जिस मुकाम पर हूँ, वहाँ तक पहुँचने के लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी पड़ी है.

श्रेयस अय्यर के लिए PBKS में अपनापन

पंजाब किंग्स ने 2025 की नीलामी में अय्यर को 26.75 करोड़ रुपये में खरीदकर भारी मुनाफा कमाया और यह निवेश लगभग तुरंत ही रंग लाया. इसने उन्हें ऋषभ पंत (27 करोड़ रुपये) के बाद आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे महंगा खिलाड़ी बना दिया. अय्यर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 50.3 की औसत और 175 के स्ट्राइक रेट से 604 रन बनाए और पंजाब को एक दशक में पहली बार आईपीएल फाइनल तक पहुँचाया. उनका नेतृत्व सक्रिय था, उनकी बल्लेबाजी प्रभावशाली थी, और कोच रिकी पोंटिंग के साथ उनके जुड़ाव ने दिल्ली कैपिटल्स (DC) में उनके करियर के शुरुआती दिनों में दिखाई गई उनकी प्रतिभा को फिर से जगा दिया. हालांकि पंजाब आरसीबी के खिलाफ अपने पहले खिताब से केवल छह रन से चूक गया, लेकिन अय्यर के प्रभाव ने टीम को एक वास्तविक दावेदार बना दिया है.

Bharat Baani Bureau

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