26 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के पापुमपारे जिले में थे. वहां पहुंचने पर उनका स्वागत लोकप्रिय आईएएस अधिकारी विशाखा यादव ने किया था. इस अभिवादन की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. आईएएस विशाखा यादव दिल्ली की रहने वाली हैं और उनकी यूपीएससी स्टोरी अक्सर चर्चा में रहती है. आईएएस अफसर बनने के लिए उन्होंने लाखों की सैलरी वाली प्राइवेट जॉब छोड़ दी थी.
विशाखा यादव इन दिनों पापुमपारे जिले की डीसीई हैं. इसीलिए प्रोटोकॉल के तहत पीएम मोदी के वहां पहुंचने पर विशाखा यादव आईएएस ने ही उनका स्वागत किया (PM Modi Arunachal Pradesh Visit). विशाखा यादव ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 6 रैंक हासिल की थी. इसके लिए उन्होंने किसी कोचिंग का सहारा भी नहीं लिया था. यूपीएससी परीक्षा का सफर उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था. वह इसमें दो बार फेल हो गई थीं. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी थी और सिविल सर्विस परीक्षा में पास होकर ही दम लिया.
दो बार यूपीएससी प्रीलिम्स तक में हो गईं थीं फेल
आईएएस विशाखा यादव दिल्ली के द्वारका इलाके की रहने वाली हैं. उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई-लिखाई यहीं से पूरी की थी. विशाखा यादव ने तीन बार यूपीएससी सीएसई परीक्षा दी थी. इन प्रयासों में से 2 में वे फेल हो गई थीं. विशाखा यादव शुरुआती दोनों प्रयासों में प्रीलिम्स परीक्षा तक में पास नहीं हो पाई थीं. फिर तीसरे अटेंप्ट में उन्होंने इतनी जबरदस्त मेहनत की कि छठी रैंक के साथ सीधे आईएएस अफसर बन गईं. विशाखा यादव की सक्सेस स्टोरी यूपीएससी एस्पिरेंट्स के लिए प्रेरणा का सोर्स है.
बीटेक के बाद मिली लाखों के पैकेज वाली नौकरी
स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद विशाखा यादव ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से बीटेक किया था. फिर उन्हें सिसको कंपनी में लाखों के पैकेज वाली नौकरी मिल गई थी. दो साल तक बेंगलुरु में जॉब करने के बाद उनकी दिलचस्पी सरकारी नौकरी की तरफ हो गई और वह यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी में जुट गईं. विशाखा यादव ने यूपीएससी परीक्षा में 2025 में से 1046 मार्क्स हासिल किए थे. उनके पिता राजकुमार यादव पुलिस विभाग में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और मां होममेकर हैं.