नई दिल्ली 03 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं. इस बार मामला यूरोप और काकेशस क्षेत्र से जुड़ा है. दरअसल, हाल ही में ट्रंप ने एक सभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि उन्होंने ‘अजरबैजान और अल्बानिया’ के बीच लंबे समय से चल रहे युद्ध को खत्म किया था. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति उनके कार्यालय में आए थे और उन्होंने बातचीत के जरिए इस विवाद को सुलझा दिया.
ट्रंप के इस दावे का मजाक उड़ाया जा रहा है. दरअसल, अजरबैजान का संघर्ष अल्बानिया के साथ नहीं, बल्कि आर्मेनिया से रहा है. ट्रंप की इस चूक ने न केवल राजनीतिक हलकों, बल्कि वैश्विक मीडिया में भी उन्हें आलोचना और मजाक का पात्र बना दिया है. यूरोप में ट्रंप के इस बयान पर नेताओं ने चुटकी ली. अल्बानिया के प्रधानमंत्री एदी रामा ने व्यंग्य करते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से कहा कि आपने हमें बधाई क्यों नहीं दी उस ऐतिहासिक समझौते के लिए, जो ट्रंप ने ‘अल्बानिया और अजरबैजान’ के बीच कराया.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मामला
अल्बानिया के प्रधानमंत्री एदी रामा की बात पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मैक्रों ने हंसते हुए अपनी गलती मानी और कहा कि उन्होंने उस पर ध्यान नहीं दिया. इस पूरे घटनाक्रम ने सोशल मीडिया पर भी खूब सुर्खियां बटोरीं. लोगों का कहना है कि यह सिर्फ नामों की गड़बड़ी नहीं, बल्कि भूगोल और अंतरराष्ट्रीय राजनीति की गंभीर अनदेखी है. ट्रंप के इस बयान ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या ग्लोबल लीडरशिप में तथ्यों और भू-राजनीतिक जानकारी की बुनियादी समझ होना जरूरी नहीं है.
अल्बानिया कहां है?
अल्बानिया दक्षिण-पूर्वी यूरोप के बाल्कन प्रायद्वीप (Peninsula) पर स्थित एक छोटा लेकिन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण देश है. इसकी राजधानी तिराना (Tiranë) है. देश का क्षेत्रफल लगभग 28,700 वर्ग किलोमीटर है और इसकी सीमा मोंटेनेग्रो, कोसोवो, उत्तरी मैसेडोनिया और ग्रीस से लगती है. पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम में यह एड्रियाटिक और आयोनियन सागर (Ionian Sea) से घिरा है. अल्बानिया यूरोप का हिस्सा है और इसकी कोई राजनीतिक या सैन्य प्रतिद्वंद्विता अजरबैजान से नहीं रही है.
आर्मेनिया कहां है?
आर्मेनिया, जिसे ट्रंप ने गलती से ‘अर्बेनिया’ कहा, दक्षिण काकेशस क्षेत्र में स्थित एक भूमि-रुद्ध (landlocked) देश है. इसकी राजधानी येरेवन है. इसके पड़ोसी देश हैं जॉर्जिया, अजरबैजान, तुर्की और ईरान. अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच नागोर्नो-कराबाख क्षेत्र को लेकर कई बार युद्ध हो चुका है और हाल के वर्षों में भी यह विवाद सुर्खियों में रहा है. यही कारण है कि जब ट्रंप ने ‘अल्बानिया’ कहा तो जानकार तुरंत समझ गए कि वे वास्तव में ‘आर्मेनिया’ का जिक्र करना चाह रहे थे.
दोनों देशों के बीच कितनी दूरी?
अल्बानिया और आर्मेनिया के बीच हजारों किलोमीटर की दूरी है. दोनों देशों के बीच हवाई दूरी लगभग 2,000 किलोमीटर (करीब 1,300 मील) है. अल्बानिया यूरोप में है, जबकि आर्मेनिया भौगोलिक रूप से एशिया और यूरोप के संगम पर स्थित काकेशस क्षेत्र में आता है. इतना बड़ा भौगोलिक और सांस्कृतिक अंतर होने के बावजूद ट्रंप ने दोनों को साथ जोड़ दिया, जिससे उनकी जानकारी पर सवाल उठ खड़े हुए. इससे पता चलता है कि उनकी ज्योग्राफिकल नॉलेज कितनी कमजोर है.
ट्रंप का मजाक क्यों बना?
ट्रंप अपने कार्यकाल के दौरान कई बार विवादित बयान देने और तथ्यों को लेकर गड़बड़ी करने के लिए जाने जाते रहे हैं. इस बार भी उनकी गलती पकड़ में आते ही यूरोप के नेताओं ने इसे हल्के-फुल्के अंदाज में सार्वजनिक मजाक बना दिया. विश्लेषकों का कहना है कि यह केवल नामों की गड़बड़ी नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति और भूगोल की गंभीर अनदेखी है. ट्रंप की अल्बानिया-अजरबैजान वाली गलती ने साबित कर दिया कि वैश्विक मंच पर बोलते समय तथ्यों की सटीक जानकारी होना कितना जरूरी है.
सारांश:
जनरल नॉलेज में अक्सर लोग अल्बानिया और आर्मेनिया को ग़लत समझ लेते हैं। दोनों देशों के बीच भौगोलिक और सांस्कृतिक बहुत बड़ा अंतर है, जिसे ट्रंप तक नहीं जानते थे।