नई दिल्ली 03 सितम्बर 2024 . बीते कुछ महीनों में हुए रेल हादसों से परेशान भारतीय रेलवे ने इस पर अंकुश लगाने के लिए फुल प्रूफ प्लान बनाया है. रेलवे ने यूपी और झारखंड सहित देश के 12 राज्यों में ट्रेन हादसों पर पूरी तरह लगाम कसने की योजना तैयार कर ली है. इसके लिए बाकायदा टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं. मामले से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इन 12 राज्यों में ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम या सरल भाषा में कहें तो कवच (Kavach) सिस्टम लगाया जाएगा. इसके लिए रेलवे ने 2,700 करोड़ रुपये का टेंडर जारी कर दिया है.
आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों में आधा दर्जन से ज्यादा रेल हादसे हो चुके हैं. इसमें सबसे बड़ा हादसा कंचनजंघा एक्सप्रेस का था, जिसमें 9 लोगों की जान गई और 41 लोग घायल हुए थे. इसके बाद रेलवे ने हादसों पर पूरी तरह काबू पाने के मकसद से कवच सिस्टम का दायरा बढ़ाने पर फोकस किया. पिछले दिनों हुए ट्रेन हादसे झारखंड, यूपी, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों घटित हुए थे. यही कारण है कि रेलवे ने पहले इन राज्यों में कवच सिस्टम लागू करने का टेंडर जारी किया है.
कब तक पूरा होगा काम
मामले से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेलवे ने अगस्त महीने में ही कवच सिस्टम लगाने का टेंडर जारी कर दिया है. इसके तहत 5,000 किलोमीटर के रेलवे ट्रैक पर कवच सिस्टम लगाया जा रहा है. टेंडर को सौंपने का काम अक्टूबर के आखिर तक पूरा हो जाएगा और कवच सिस्टम लगाने का काम भी अगले 12 से 18 महीने में पूरा कर लिया जाएगा.
किन-किन राज्यों में होगा लागू
भारतीय रेलवे ने कवच सिस्टम लगाने के लिए जिन 12 राज्यों का चुनाव किया है, उनमें तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और झारखंड शामिल हैं. इस टेंडर के अलावा भी रेलवे ने दो और टेंडर जारी किए हैं, जिसमें यूपी, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में कवच सिस्टम लगाया जाएगा. इतना ही नहीं पंजाब के कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री में भी 30 सेट ट्रेनों में कवच सिस्टम लगाने के लिए 25 करोड़ का टेंडर जारी कर दिया गया है.
हर किलोमीटर पर कितना खर्चा
कवच सिस्टम के बारे में तो आपने भी कई बार सुना होगा, लेकिन इसकी लागत के बार में शायद नहीं जानते होंगे. हम आपको बता दें कि ट्रैक और स्टेशन को मिलाकर प्रति किलोमीटर कवच सिस्टम लगाने का खर्चा करीब 50 लाख रुपये आता है. इसी तरह, लोकोमोटिव इंजन में कवच लगाने का खर्चा प्रति लोकोमोटिव 70 लाख रुपये का आता है.
काफी सुस्त है काम
भारतीय रेलवे ने कवच सिस्टम लागू करने का काम 2022 के बाद अब शुरू किया है. यही कारण है कि इसकी प्रक्रिया काफी सुस्त चल रही है. इससे पहले दिसंबर 2022 में रेलवे ने 3 हजार किलोमीटर ट्रैक पर कवच सिस्टम लगाने का टेंडर जारी किया था. आपको बता दें कि रेलवे ने 4 साल पहले ही कवच डिवाइस को पहली बार लागू किया था. तब से अब तक सिर्फ 1,456 किलोमीटर के रेलवे ट्रैक पर ही इसे इंस्टॉल किया जा सका है.