Hair grows in space 04 सितम्बर 2024 : अंतरिक्ष किसी फंतासी दुनिया से कम नहीं है. वहां हरेक इंसान तो जा नहीं सकता, लेकिन उन्हें हजारों तरह की कहानियों, फंतासियों को सुनने में मजा आता है. आपको ज्ञात होगा कि भारतीय मूल की अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स इस समय स्पेस में फंसी हुई हैं. कुछ तकनीक कारणों से उन्हें स्पेस में नियत समय से ज्यादा रूकना पड़ रहा है. ऐसे में उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे यह कहती हैं कि स्पेस में सच में कोई इंसान लंबा हो जाता है. आपको बता दूं कि कुछ साल पहले नासा के ही अंतरिक्षयात्री केली स्कॉउट जब अंतरिक्ष से धरती पर आए थे उन्होंने कहा था कि उनका कद एक इंच बढ़ गया है, हालांकि बहुत दिनों बाद इसका खंडन कर दिया गया था. अब सुनीता विलियम्स का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह भारत की यात्रा पर थीं और स्कूली बच्चों के साथ बातचीत कर रही थीं.

सुंदर भी हो जाएंगे आप
सुनीता विलियम्स का यह वीडियो एनसीआरटी की वेबसाइट पर उपलब्ध है. सुनीता विलियम्स कहती हैं कि जब कोई स्पेस में जाता है तब उसके नाखून और सिर के बाल बहुत तेजी से बढ़ने लगते हैं. उन्होंने कहा कि जब कोई स्पेस में जाता है तो चल-फिर नहीं सकता. ऐसे में उसके पैरों में सेलुलोज कम होने लगता है. इस कारण बाल और नाखून बड़ी तेजी से बढ़ने लगते हैं. दूसरा वहां गुरुत्वाकर्षण नहीं रहता है, ऐसे में चेहरे की झुर्रिया गायब हो जाती है. कई कारणों से शरीर में फ्लूड शिफ्ट होने लगता है. इसके साथ ही आपके उपर कोई प्रेशर तो पड़ता नहीं, जिससे रीढ़ की हड्डी और कार्टिलेज पर भी कोई प्रेशर नहीं पड़ता. ऐसे में स्पाइन यानी रीढ़ की हड्डी की लंबाई बढ़ने लगती है. इन सब कारणों से आप जब अंतरिक्ष में जाएंगे तो थोड़े से लंबे हो जाएंगे. सुनीता विलियम्स ने बच्चो के सवालों का जवाब दिया था जिसमें बच्चों ने पूछा था कि जब अंतरिक्षयात्री धरती पर वापस आते हैं तो उन्हें यहां के वातावरण में बॉडी को एडजस्ट करने के दौरान क्या-क्या परेशानियां आती है.

वापस आने के बाद करना पड़ता है ये काम
हालांकि सुनीता विलियम्स ने बताया कि जब आप अंतरिक्ष से धरती पर वापस आते हैं तो धीरे-धीरे यह परिवर्तन गायब होने लगते हैं. आपको तत्काल लगेगा कि आपकी लंबाई बढ़ गई है लेकिन जब आप कुछ समय गुजर जाएगा तो यह लंबाई अपने पुराने रूप में आ जाएगी. लेकिन इस यात्रा का सबसे डराने वाला पहलू यह है कि जब आप अंतरिक्ष में जाएंगे तो आपकी हड्डियां रिसने लगेगी. इसलिए जब आप धरती पर वापस आएंगे तो आपको एडवांस स्टेज वाला ऑस्टियोपोरोसिस शुरू हो जाएगी. हालांकि इसे आप एक्सरसाइज की बदौलत कम कर सकते हैं. इसलिए हम जब ज्यादा वापस आते हैं तो वेटलिफ्टिंग करते हैं और ट्रेडमिल पर रनिंग करते हैं. इससे हिप एरिया और पैरों के हिस्से में राहत मिलती है. जब हम धरती पर वापस आते हैं बॉडी के फ्लूड को अपनी जगह पर जाने में 24 से 48 घंटे लगता है.

Bharat Baani Bureau

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