बिजनेस, 4 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – हाल ही में भारत ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जब वह उच्च मूल्य वाले उत्पादों के निर्यात में दुनिया के शीर्ष 10 निर्यातकों में शामिल हो गया। यह डेटा केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से सामने आया है।
सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिकल उपकरणों का निर्यात
भारत दशकों से हीरे-जवाहरात जैसे कीमती पत्थरों के निर्यात में अग्रणी रहा है, लेकिन अब उसने सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिकल उपकरणों के निर्यात में भी अपनी स्थिति मजबूत की है। यह भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत को दर्शाता है, और सरकार का इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर क्षेत्र पर जोर देने का परिणाम है।
निर्यात में तेज़ी से वृद्धि
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2023 में सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिकल उत्पादों का निर्यात बढ़कर 1.91 अरब डॉलर हो गया, जबकि 2014 में यह केवल 0.23 अरब डॉलर था। इसके परिणामस्वरूप, भारत की ग्लोबल मार्केट में हिस्सेदारी बढ़कर 1.40 प्रतिशत हो गई है। इससे भारत की रैंकिंग 2014 में 20वें स्थान से बढ़कर 9वें स्थान पर आ गई है, जो कि सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला में भारत की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।
कीमती पत्थरों में भारत का नेतृत्व
भारत ने कीमती और अर्ध-कीमती पत्थरों के निर्यात में भी वैश्विक नेतृत्व हासिल किया है, और 2023 में इसकी ग्लोबल हिस्सेदारी 36.53 प्रतिशत तक पहुंच गई, जो 2014 में केवल 2.64 प्रतिशत थी। इनकी निर्यात वैल्यू 1.52 अरब डॉलर रही। इसके साथ ही, इलेक्ट्रिक मोटर्स और जनरेटर के पुर्जों के निर्यात में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो 2023 में 1.15 अरब डॉलर तक पहुंच गए और भारत की वैश्विक हिस्सेदारी 4.86 प्रतिशत है। इसके चलते भारत की रैंकिंग इन उत्पादों के निर्यात में 2014 में 21वें स्थान से बढ़कर 6वें स्थान पर पहुंच गई है।
सारांश – भारत ने हाल ही में उच्च मूल्य वाले उत्पादों के निर्यात में दुनिया के शीर्ष 10 निर्यातकों में अपनी जगह बनाई है। भारत, जो पहले कीमती पत्थरों के निर्यात में अग्रणी था, अब सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिकल उपकरणों के निर्यात में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। 2023 में इन उत्पादों का निर्यात 1.91 अरब डॉलर तक पहुंचा, और भारत की ग्लोबल मार्केट में हिस्सेदारी 1.40 प्रतिशत हो गई, जिससे उसकी रैंकिंग 9वें स्थान पर आ गई। इसके अलावा, भारत की कीमती पत्थरों के निर्यात में 36.53 प्रतिशत की हिस्सेदारी है, और इलेक्ट्रिक मोटर्स व जनरेटर के पुर्जों के निर्यात में भी महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है।