वाशिंगटन, 4 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – अमेरिका ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों के बीच धार्मिक और मौलिक स्वतंत्रताओं के सम्मान की अपील की है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर हमलों को लेकर भारत की चिंता बढ़ी हुई है। विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने संवाददाताओं से कहा, “हम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि मौलिक स्वतंत्रताओं का सम्मान किया जाना चाहिए।” पटेल ने कहा, “सरकारों को कानून का पालन करना चाहिए और मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए, इस पर हम हमेशा जोर देंगे।”
उन्होंने कहा कि किसी भी विरोध को शांतिपूर्वक होना चाहिए और हिरासत में लिए गए लोगों को उचित प्रतिनिधित्व और मौलिक अधिकारों के तहत व्यवहार मिलना चाहिए। वहीं, अमेरिकी सांसद ब्रैड शरमन ने कहा, “बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का यह कर्तव्य है कि वह हिंदू अल्पसंख्यकों की रक्षा करे और हाल ही में हुए हमलों और उत्पीड़न के कारण हजारों हिंदुओं के विरोध प्रदर्शनों का समाधान निकाले।”
‘हिंदूएक्शन’ के कार्यकारी निदेशक उत्सव चक्रवर्ती ने बाइडन-हैरिस प्रशासन से अपील की है कि वह बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ कट्टरपंथी इस्लामी चरमपंथियों द्वारा बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाए। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश से जो जानकारी मिल रही है, उससे यह साफ है कि अंतरिम सरकार द्वारा गिरफ्तार किए गए संत और नागरिक अधिकार कार्यकर्ता चिन्मय कृष्ण ब्रह्मचारी की जान को गंभीर खतरा हो सकता है।” अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से हटने और मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद से भारत और बांग्लादेश के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं।
सारांश – अमेरिका ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के बीच धार्मिक और मौलिक स्वतंत्रताओं के सम्मान की अपील की है। विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि सरकारों को कानून का पालन और मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए। अमेरिकी सांसद ब्रैड शरमन ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से हिंदू अल्पसंख्यकों की रक्षा और उत्पीड़न के खिलाफ समाधान की अपील की। ‘हिंदूएक्शन’ के कार्यकारी निदेशक उत्सव चक्रवर्ती ने बाइडन-हैरिस प्रशासन से बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए कदम उठाने की अपील की, और चेतावनी दी कि गिरफ्तार संत चिन्मय कृष्ण ब्रह्मचारी की जान को खतरा हो सकता है।