नई दिल्ली 01 मई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) – . राजस्थान रॉयल्स के युवा ओपनर वैभव सूर्यवंशी ने इंडियन प्रीमियर लीग में सबसे कम उम्र में खेलने का रिकॉर्ड बनाया. महज 14 साल के इस बिहार के बैटर ने अपने तीसरे ही मैच में 35 बॉल पर शतक ठोक इतिहास रच दिया. टी20 में शतक जमाने वाले वैभव सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने. उनकी उम्र को लेकर काफी ज्यादा बातें हो चुकी है. अब पूर्व भारतीय ओलंपियन मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने भी इस विवाद को हवा दी है.
विजेंदर सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए इंटरनेट पर हलचल मचा दी है, जिसमें उन्होंने क्रिकेट में उम्र धोखाधड़ी का सवाल उठाया है. यह पोस्ट राजस्थान रॉयल्स (RR) के 14 साल के वैभव सूर्यवंशी के गुजरात टाइटंस (GT) के खिलाफ 35 गेंदों में शतक लगाने के कुछ ही दिनों बाद आई है, जिससे वह इंटरनेट और देशभर की प्रेस कॉन्फ्रेंस में चर्चा का विषय बन गए हैं.
उम्र धोखाधड़ी का मतलब है खिलाड़ी की उम्र को गलत तरीके से पेश करना. भारतीय खेलों, खासकर जूनियर और आयु-समूह (Age category) स्तर पर एक महत्वपूर्ण समस्या है. सूर्यवंशी या किसी अन्य युवा क्रिकेटर के कानून तोड़ने का कोई भी सबूत मौजूद नहीं है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के पास इसके खिलाफ सख्त नियम हैं और उन्होंने हाल इस मुद्दे को लेकर कड़े कदम उठाए हैं.
ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता विजेंदर ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक सोचने वाले इमोजी के साथ पूछा, “भाई आजकल उम्र छोटी करके क्रिकेट में भी खेलने लगे?” सोशल मीडिया पर कई लोग पहले से ही सूर्यवंशी की उम्र पर सवाल उठा रहे हैं, जो आईपीएल में खेलने और शतक बनाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं.
14 साल के सूर्यवंशी ने सोमवार को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में टाइटंस के खिलाफ अपने शतक के साथ कई रिकॉर्ड तोड़ दिए. जबकि उन्हें खेल के महान खिलाड़ियों से भी काफी तारीफ मिली. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं उनकी प्रतिभा को नजर अंदाज कर ‘उम्र धोखाधड़ी’ जैसे मामलों को तूल दे रहे हैं. एक यूजर ने X पर पोस्ट किया, “अगर इस वैभव ने उम्र धोखाधड़ी की भी है, तो 15-16 साल की उम्र में इतनी जबरदस्त पावर-हिटिंग पागलपन है.”
सारांश क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी पर उम्र घटाकर खेलने का आरोप लगा है। ओलंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस मामले को उजागर किया, जिससे खेल जगत में हड़कंप मच गया है। अब इस मामले की जांच और कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।