05 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : राजस्थान के करौली में डेंगू से रोकथाम के लिए विशेष अभियान की शुरुआत होने वाली है. खास बात ये है कि इस अभियान की शुरूआत भी जिलभर में राष्ट्रीय डेंगू दिवस के दिन से होंगी. चिकित्सा विभाग ने डेंगू से बचाव के इस साल करौली जिले में एक नई थीम भी बनाई है. राष्ट्रीय डेंगू दिवस आगामी 16 मई को जिलेभर में व्यापक जागरूकता गतिविधियों के साथ मनाया जाएगा. इस वर्ष का थीम “देखें, साफ करें, ढकेंः डेंगू को हराने के उपाय करें“ रखा गया है. जिलेभर में इस अवसर पर एंटीलार्वा गतिविधियां, सर्वे, सैम्पलिंग, एंटी-अडल्ट मच्छर नियंत्रण और ओपीडी में लार्वा प्रदर्शन के साथ-साथ जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
कार्यवाहक सीएमएसओ डॉ. सतीश चंद मीणा ने बताया कि डेंगू रोग के बचाव के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए हर वर्ष 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है. जिलेभर में डेंगू दिवस के दौरान डेंगू सहित अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव व रोकथाम के लिए चिकित्सा सेवा के कार्मिकों द्वारा विभिन्न एन्टीलार्वल गतिविधियों का आयोजन कर आमजन को जागरूक किया जायेगा.
16 मई से विशेष अभियान
डेंगू को हराने के लिए सतर्कता, सफाई और बचाव ही सबसे महत्वपूर्ण उपाय हैं. डेंगू जैसी घातक बीमारी से बचाव के लिए मच्छरों के प्रजनन को रोकना अत्यंत आवश्यक है. एक्सपर्ट के अनुसार डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है, इसलिए पानी से भरे बर्तनों को ढक कर रखना, किचन और बाथरूम को सूखा रखना और सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना जरूरी है. बुखार होने पर तुरंत अपने नजदीकी चिकित्सालय में जाकर चिकित्सक से परामर्श लेना भी आवश्यक है.
पानी जमा न होने देने
इस अवसर पर जिले के सभी ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को निर्देश दिए गए हैं कि वे हाई रिस्क क्षेत्रों में मच्छररोधी गतिविधियों का आयोजन करवाने के साथ ही जन जागरूकता अभियान के तहत पोस्टर, नारा लेखन, पैम्फलेट वितरण, लार्वा प्रदर्शन और अंतर्विभागीय समन्वय बैठकें आयोजित करें. इसके अलावा, मई और जून में प्रत्येक रविवार को पानी जमा न होने देने का दिन “ड्राई डे“ मनाया जाएगा, ताकि मच्छरों के पनपने की संभावनाएं खत्म की जा सकें.
सारांश:
करौली में 16 मई से डेंगू की रोकथाम के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है। इस बार अभियान को नई थीम के साथ चलाया जाएगा, जिससे लोगों में जागरूकता बढ़े और डेंगू के मामलों में कमी लाई जा सके। स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर जानकारी भी देंगी।