नई दिल्ली 03 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ). अगर अंपायर्स ने क्रिस वोक्स का साथ दिया होता तो भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन उनके खाते में 2 की जगह 4 विकेट होते. एलबीडब्ल्यू की उनकी दो अपील मैदानी अंपायर्स ने ठुकरा दी थी. टीवी रीप्ले में दिखा कि गेंद स्टंप को हिट करती लेकिन अंपायर्स कॉल की वजह से टीवी अंपायर ने फैसला नहीं बदला. साफ है कि अगर मैदानी अंपायर ने एलबीडब्ल्यू की अपील पर बैटर्स को आउट दिया होता तो टीवी अंपायर भी उन्हें आउट ही करार देता. पहले दिन के खेल के बाद जब क्रिस वोक्स प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आए तो उनके चेहरे पर इस बात की निराशा दिखी. उन्होंने यह बात मानी भी कि अंपायर्स कॉल की वजह से उनके दो विकेट मिलते-मिलते रह गए.

क्रिस वोक्स ने भारत के खिलाफ पहले दिन 18 ओवर में 59 रन देकर दो विकेट लिए. उनकी गेंदबाजी पर इंग्लैंड ने दो डीआरएस लिए लेकिन अंपायर्स कॉल की वजह से इंग्लैंड को विकेट नहीं मिले. क्रिस वोक्स ने इस पर कहा, ‘यह वास्तव में निराशाजनक था. जब आप टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब होते हैं तो भावनाएं हावी हो जाती हैं. अगर ये फैसले हमारे पक्ष में होते तो दिन पूरी तरह से अलग होता, लेकिन यह टेस्ट क्रिकेट है और हम इन चीजों को आत्मसात करके आगे बढ़ते हैं.’

वोक्स की गेंदों पर जो डीआरएस लिए गए उनमें से पहला मामला सातवें ओवर में आया. उस वक्त भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के 14 रन था और वोक्स ने यशस्वी जायसवाल के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील की थी. दूसरा मामला 11वें ओवर में आया, जब भारत का स्कोर एक विकेट पर 21 रन था और करुण नायर भी इसी तरह के रीव्यू से बच गए. दोनों मौकों पर डीआरएस से पता चला कि गेंद स्टंप से टकराती, लेकिन बांग्लादेशी अंपायर शरफुद्दौला के नॉट आउट के फैसले को पलटने के लिए टीवी अंपायर पॉल राइफिल के पास पर्याप्त आधार नहीं था.

क्रिस वोक्स ने कहा, ‘अगर यह फैसले हमारे पक्ष में जाते तो हम उनका स्कोर तीन विकेट पर 30 रन कर सकते थे और तब स्थिति पूरी तरह से भिन्न होती. यह फैसले हमारे पक्ष में भी जा सकते थे लेकिन हम इस खेल को इसी तरह से खेलते हैं.’ जायसवाल ने 87 और नायर ने 31 रन बनाए, जिसके बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने नाबाद 114 रन बनाकर पारी को संभाला और स्टंप तक अपनी टीम का स्कोर पांच विकेट पर 310 रन तक पहुंचाया.

हालांकि वोक्स ने माना कि डीआरएस ने क्रिकेट में निर्णय लेने की प्रक्रिया में सामान्य सुधार किया है, लेकिन उन्होंने इसमें एक विशेष बदलाव की मांग की. उन्होंने कहा, ‘डीआरएस ने सामान्य तौर पर अच्छे फैसले दिए हैं लेकिन मैं केवल यही कहना चाहूंगा कि यदि बैटर, गेंद को छोड़ने का निर्णय लेता है और गेंद तब भी स्टंप्स पर लग रही है, तो मुझे लगता है कि उसे आउट दिया जाना चाहिए.’

सारांश:
इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ ने बांग्लादेशी अंपायर के फैसले पर नाराज़गी जताई। उनका मानना है कि अगर अंपायर का समर्थन भारत को न मिला होता, तो टीम इंडिया 30 रन पर 3 विकेट गंवा चुकी होती। इस विवाद ने मैच में नया तनाव जोड़ दिया है।

Bharat Baani Bureau

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