नई दिल्ली 26 अगस्त 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच संदेशों का आदान-प्रदान चर्चा में है. इस मौके पर राष्ट्रपति जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए भारत से वैश्विक शांति और कूटनीति में बड़ी भूमिका निभाने की अपील की. जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस पर आपकी हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद. हम शांति और संवाद के प्रति भारत के समर्पण की सराहना करते हैं. अब, जब पूरी दुनिया इस भयानक युद्ध को गरिमा और स्थायी शांति के साथ समाप्त करने का प्रयास कर रही है, हम भारत के योगदान पर भरोसा करते हैं. कूटनीति को मजबूत करने वाला हर फैसला न सिर्फ यूरोप, बल्कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र और पूरी दुनिया के लिए बेहतर सुरक्षा की ओर ले जाता है.’

इसके साथ ही जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी का वह पत्र भी शेयर किया, जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री ने यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं दी थीं. पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा, ‘मैं इस अवसर पर आपको और यूक्रेन के लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देता हूं. मुझे पिछले साल अगस्त में कीव की अपनी यात्रा याद है और मुझे खुशी है कि तब से भारत-यूक्रेन संबंधों में सकारात्मक प्रगति हुई है. मैं आपके साथ मिलकर पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हूं.’

भारत हमेशा शांति के पक्ष में रहा- पीएम मोदी

भारत की स्थायी विदेश नीति को दोहराते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में स्पष्ट किया कि नई दिल्ली हमेशा शांति के पक्ष में रही है. उन्होंने लिखा, ‘भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष का शीघ्र, स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान खोजने के हर प्रयास का समर्थन करता है.’

गौरतलब है कि यूक्रेन का स्वतंत्रता दिवस हर साल 24 अगस्त को मनाया जाता है. इस बार भी यह दिन रूस-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में आया है, जिसने पूरी दुनिया की राजनीति और सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावित किया है. ऐसे में यूक्रेनी राष्ट्रपति का भारत की भूमिका को रेखांकित करना इस बात का संकेत है कि वैश्विक स्तर पर भारत से एक संतुलित और निर्णायक नेतृत्व की उम्मीद की जा रही है.

भारत संवाद की करता रहा है बात

पिछले कुछ वर्षों में भारत ने बार-बार दोहराया है कि वह किसी भी संघर्ष का हल सैन्य टकराव में नहीं, बल्कि संवाद और समझौते में देखता है. यही कारण है कि भारत लगातार दोनों पक्षों से शांति की अपील करता आया है. भारत और यूक्रेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों में भी हाल के वर्षों में मजबूती आई है.

Bharat Baani Bureau

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