01 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : क्या आपको पता है सोमवार को हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। हाल ही में हुए एक रिसर्च के मुताबिक, छुट्टी के बाद स्ट्रेस और कॉर्टिसोल हार्मोन का लेवल सोमवार सुबह यानि इस वक्त अपने पीक पर होता है। यही वजह है कि सोमवार को हार्ट अटैक के मामले 13% ज्यादा दर्ज होते हैं। वैसे सिर्फ भारत में ही नहीं ‘British Heart Foundation’ के मुताबिक भी सोमवार को अचानक कार्डियक डेथ का खतरा 20% बढ़ जाता है। ICU के आंकड़े तो और भी ज्यादा डराने वाले हैं स्टडी के मुताबिक, ICU में धड़कन इर्रेग्युलर होने की परेशानी सोमवार को 15–20% तक ज्यादा देखी जाती है और एक्सपर्ट्स का साफ कहना है ये अचानक कार्डियक अरेस्ट की वजह बनती है।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर सोमवार दिल के लिए क्यों सबसे खतरनाक बन जाता है तो इसकी वजह है ऑफिस का तनाव, बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर और कॉर्टिसोल हार्मोन का लेवल। यही वजह है कि जिन मरीजों को पहले से हार्ट प्रॉब्लम, हाई बीपी या डायबिटीज है उनमें सोमवार को अटैक का खतरा दोगुना हो जाता है। बाबा रामदेव कहते ऐन कि भले आप बाहर से फिट दिखें लेकिन याद रखें हार्ट अटैक किसी को भी, कभी भी आ सकता है तो ऐसे में इस सोमवार और हर सोमवार, खुद को तैयार कीजिए।
बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से होती हैं ये बीमारियां
शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा और इसका असंतुलित स्तर, कम उम्र में ही ब्लड प्रेशर और शुगर जैसी समस्याएँ पैदा करता है, जो भारत में बढ़ते दिल के मरीजों और हर साल हार्ट अटैक से होने वाली 30 हजार से ज्यादा मौतों का एक प्रमुख कारण हैं। बैड कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता स्तर, दिल की नसों में जम जाता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
एट्रियल फिब्रिलेशन है साइलेंट किलर
आजकल, ‘एट्रियल फिब्रिलेशन’ एक खतरनाक और ‘साइलेंट किलर’ हृदय रोग के रूप में उभर रहा है, जो हर चार में से एक युवा की धड़कन को असामान्य बना रहा है और 70% हृदय रोगियों में ब्लॉकेज का कारण बन रहा है, जो पांच साल पहले की तुलना में बढ़कर 1 से 2 सेमी हो गया है।
दिल की सेहत ऐसे जांचे
अपनी दिल की सेहत जांचने के लिए, आप खुद से कुछ आसान टेस्ट कर सकते हैं, जैसे एक मिनट में 50-60 सीढ़ियां चढ़ना, लगातार 20 बार उठक-बैठक करना, या जार का ढक्कन खोलकर अपनी ग्रिप की ताकत मापना।
कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए करें ये काम
कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए, अपनी जीवनशैली में सुधार करें, जैसे तंबाकू-अल्कोहल छोड़ें, जंक फूड की जगह हेल्दी खाना खाएं, रोज़ योग और व्यायाम करें, और तनाव को कम करने के लिए अपनी समस्याओं को दूसरों के साथ साझा करें।
नियमित रूप से कराएं जांच
निरंतर हृदय स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए, अपने शरीर की नियमित रूप से जांच कराएं: हर महीने ब्लड प्रेशर, हर तीन महीने में ब्लड शुगर, हर छह महीने में कोलेस्ट्रॉल और आंखों का टेस्ट और साल में एक बार फुल बॉडी चेकअप जरूर कराएं।