20 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) भारत 2031 तक एक अरब से ज्यादा 5G सब्सक्रिप्शन पार कर लेगा, और देश में 5G की पैठ 79% तक पहुंच जाएगी। यह जानकारी स्वीडिश टेलीकॉम टूल्स बनाने वाली कंपनी एरिक्सन की मोबिलिटी रिपोर्ट 2025 में दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2025 के अंत तक भारत में 39.4 करोड़ 5G सब्सक्रिप्शन दर्ज होने की उम्मीद है, जो देश में कुल मोबाइल सब्सक्रिप्शन का 32% होगा।
एरिक्सन ने कहा कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते डेटा मार्केट्स में से एक है। भारत में हर एक्टिव स्मार्टफोन पर मोबाइल डेटा उपयोग 36 GB प्रति माह है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। यह 2031 तक बढ़कर 65 GB प्रति माह होने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया कि डेटा उपयोग में यह तेज बढ़ोतरी तेजी से 5G नेटवर्क विस्तार, फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) के बढ़ते उपयोग और सस्ते 5G डिवाइस उपलब्ध होने की वजह से हो रही है।
5G अपनाने की रफ्तार कितनी तेज?
रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में 5G सब्सक्रिप्शन 2025 के अंत तक बढ़कर 2.9 अरब तक पहुंच जाएंगे। यह कुल मोबाइल सब्सक्रिप्शन का लगभग एक-तिहाई होगा। 2031 तक ग्लोबल 5G सब्सक्रिप्शन बढ़कर 6.4 अरब होने का अनुमान है, जो कुल मोबाइल सब्सक्रिप्शन का करीब दो-तिहाई होगा। इनमें से 4.1 अरब (65%) सब्सक्रिप्शन 5G स्टैंडअलोन (SA) होने की उम्मीद है।
सिर्फ इस साल ही दुनिया भर के ऑपरेटरों ने 60 करोड़ नए 5G सब्सक्रिप्शन जोड़े हैं। इसके अलावा 40 करोड़ लोगों को पहली बार 5G कवरेज भी मिला है। इस साल के अंत तक चीन के बाहर दुनिया की 50% आबादी 5G नेटवर्क की पहुंच में होगी। 2031 तक यह कवरेज बढ़कर 85% तक पहुंचने की संभावना है।
FWA की मांग और डेटा ट्रैफिक क्यों बढ़ रहे हैं?
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 5G फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह — लोगों द्वारा बहुत ज्यादा डेटा का इस्तेमाल, और किफायती ग्राहक प्रिमाइसेस इक्विपमेंट (CPE) की उपलब्धता है।
वैश्विक स्तर पर, 2031 तक FWA ब्रॉडबैंड से करीब 1.4 अरब लोग जुड़ने की उम्मीद है, जिनमें से 90% कनेक्शन 5G नेटवर्क के जरिए होंगे।
एरिक्सन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर नितिन बंसल ने कहा, “5G देश में डिजिटलाइजेशन को आगे बढ़ाने वाला अहम इंफ्रास्ट्रक्चर बन चुका है।”
इस बीच, मोबाइल नेटवर्क डेटा ट्रैफिक Q3 2024 से Q3 2025 के बीच 20% बढ़ा, जो पहले के अनुमान से थोड़ा ज्यादा है। इस बढ़ोतरी में भारत और चीन का सबसे बड़ा योगदान रहा। 2025 के अंत तक, अनुमान है कि सभी मोबाइल डेटा ट्रैफिक का 43% हिस्सा 5G नेटवर्क पर चलेगा और 2031 तक यह बढ़कर 83% हो जाएगा।
सारांश:
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2031 तक भारत दुनिया का पहला देश बन सकता है जहां 1 अरब से अधिक 5G यूजर्स होंगे। तेज़ी से बढ़ती मोबाइल इंटरनेट पहुंच, सस्ती डेटा दरें और डिजिटल सेवाओं की मांग भारत को डेटा खपत में भी वैश्विक नंबर-1 बना देंगी। 5G आधारित ऐप्स, IoT और स्ट्रीमिंग सेवाएँ इस ग्रोथ को और तेज़ करेंगी।
