लोगों को पशुओं को बेसहारा छोड़ने की बजाय रत्ता टिब्बा स्थित सरकारी गौशाला में छोड़ना चाहिए-उपायुक्त
बेसहारा कुत्तों के लिए एबीसी कार्यक्रम चलाया जाएगा
16 अप्रैल (भारत बानी) : जिला उपायुक्त श्री हरप्रीत सिंह सूदन के नेतृत्व में आज यहां एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें बेसहारा पशुओं की सुरक्षा और उनकी जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम पर चर्चा की गई।
इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर हरप्रीत सिंह सूदन ने कहा कि श्री मुक्तसर साहिब, मलोट और गिद्दड़बाहा के बेसहारा गांवों को गांव रत्ता टिब्बा स्थित सरकारी गौशाला (कैटलपॉन्ड) में भेजा जाएगा।
उन्होंने जिलावासियों से भी अपील की कि जो भी व्यक्ति पशु की देखभाल करने में सक्षम नहीं है, वह पशु को सड़कों पर आवारा छोड़ने की बजाय रत्ता टिब्बा की सरकारी गौशाला में छोड़ दे। उन्होंने कहा कि बेसहारा पशुओं के कारण कई दुर्घटनाएं होती हैं और इन्हें रोकने के लिए इस कार्य में सामाजिक भागीदारी होना जरूरी है।
इसी प्रकार जिले में बेसहारा कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए भी चर्चा की गई। उपायुक्त ने एक उप समिति बनाने का निर्देश दिया जिसमें नगर परिषदों के कार्यात्मक पदाधिकारी एवं पशुपालन विभाग के उपनिदेशक शामिल होंगे, जो कुत्तों की जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम की पूरी योजना तैयार कर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेगी. फिर इसे सबमिट करें.
पशु कल्याण बोर्ड से एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) कार्यक्रम परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद जिले में इस परियोजना को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पशु कल्याण के लिए काम करने वाली संस्थाएं भी इस परियोजना में सक्रिय भूमिका निभाएंगी.
इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जनरल डॉ. नयन, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर विकास श्री सुखदीप सिंह सिद्धू, डीडीपीओ श्री सुरिंदर सिंह ढिल्लों, डिप्टी डायरेक्टर पशुपालन श्री गुरतेज सिंह, कर्जा साधका अधिकारी श्री रजनीश गिरधर और श्री जगसीर सिंह भी उपस्थित थे। इस अवसर पर.