राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने लखपति दीदी महासम्मेलन में की बतौर मुख्यातिथि शिरकत
चण्डीगढ़, 6 मार्च (भारत बानी) : नारी तेरा वंदन है, वंदन है अभिनंदन है, नारी शक्ति का मान बढ़ेगा, भारत का सम्मान बढ़ेगा, साख बढ़ेगी, आन बढ़ेगी नारी की पहचान बढ़ेगी… इन पंक्तियों के साथ महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाकर महिलाओं का उत्थान किया जा रहा है। लखपति दीदी योजना जैसी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
श्रीमती कमलेश ढांडा आज कलायत में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित लखपति दीदी महा सम्मेलन के दौरान बतौर मुख्यातिथि बोल रही थी। इस मौके पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने वर्चुअली देश व प्रदेश वासियों को संबोधित भी किया।
राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम से महिलाओं को राजनीतिक संस्थाओं में 33 प्रतिशत का आरक्षण देकर सराहनीय कार्य किया है। अब देश में स्वयं सहायता से जुड़ी महिलाओं को लखपति दीदी बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम उठाए गए हैं। केंद्र सरकार ने मुस्लिम बहनों को शोषण से मुक्ति दिलाने की दिशा में कार्य करते हुए तीन तलाक को खत्म किया है। गरीब महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाने हेतु उज्जवला योजना के तहत मुफ्त में गैस सिलेंडर व चुल्हे दिए गए।
श्रीमती कमलेश ढांडा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल निरंतर नारी सशक्तिकरण की दिशा में कार्य कर रहे हैं। प्रदेश की पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देकर मान बढ़ाया है। इसी प्रकार राशन डिपो में 33 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के रोजगार को ओर आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है और अब ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे महिलाएं खेतों में ड्रोन के माध्यम से नेनो यूरिया का छिडक़ाव करके रोजगार प्राप्त कर रही है। बेटियों को शिक्षा के और अधिक अवसर देने के लिए जहां हर 20 किलोमीटर पर कॉलेज खोले गए हैं, वहीं नारी सुरक्षा के दृष्टिगत हर जिला में महिला थाना खोले गए हैं। अगर प्रदेश में कोई महिला पीडि़त होती है, तो उन्हें वन स्टॉप सेंटर में आश्रय दिया जाता है, वहीं कामकाजी महिलाओं को भी होस्टल की सुविधा प्रदान की जा रही है। प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के माध्यम से महिलाओं को 5,000 रुपये की आर्थिक मदद की जा रही है।