नई दिल्ली 02 सितम्बर 2024 : भारत ने पेरिस पैरालंपिक में एक और मेडल हासिल कर लिया है. पैरा-एथलीट योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में देश के लिए सिल्वर मेडल जीतकर सबको खुशी से झूमने का मौका दिया. इसी के साथ भारत के इस पैरालंपिक में पदकों की संख्या 8 हो गई है. एथलेटिक्स में भारत का यह चौथा पदक है. रविवार को निषाद कुमार ने हाई जंप में देश को सिल्वर मेडल दिलाया था.
भारत के योगेश कथुनिया ने पेरिस पैरालंपिक में पुरुषों के एफ56 चक्का फेंक स्पर्धा में 42.22 मीटर के सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ रजत पदक जीता. कथुनिया ने इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक में भी इस इवेंट का रजत पदक जीता था. इस 27 साल के खिलाड़ी ने अपने पहले प्रयास में मौजूदा सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 42.22 मीटर की दूरी तय की.
ब्राजील के क्लॉडनी बतिस्ता डॉस सैंटोस ने अपने पांचवें प्रयास में 46.86 मीटर की दूरी के साथ इन खेलों का नया रिकॉर्ड कायम करते हुए पैरालंपिक में स्वर्ण पदक की हैट्रिक पूरी की. यूनान के कंन्स्टेंटिनो तजौनिस ने 41.32 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता. एफ 56 वर्ग में भाग ले वाले वाले खिलाड़ी बैठ कर प्रतिस्पर्धा करते है. इस वर्ग में ऐसे खिलाड़ी होते है जिनकी रीढ़ की हड्डी क्षतिग्रस्त होती है और शरीर के निचले हिस्से में विकार होता है.
भारत को एथलेटिक्स में चौथा मेडल
पेरिस पैरालंपिक में भारत के लिए एथलेटिक्स टीम ने शानदार खेल दिखाया है. अब तक देश को कुल चार पदक भारतीय एथलीट ने दिलाए हैं. प्रीति पाल ने वूमेन्स 100 मीटर रेस (T35) में ब्रॉन्ज मेडल जीता और फिर 200 मीटर रेस (T35) में भी देश के लिए कांस्य पदक जीता. टोक्यो में सिल्वर मेडल जीतने वाले निषाद कुमार अपना प्रदर्शन दोहराते हुए पेरिस में भी मेन्स हाई जंप (T47) में मेडल जीता. अब योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल जीत कमाल कर दिया.