28 अप्रैल 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) – How to enjoy motherhood: मां बनना आसान नहीं है. पहले प्रेग्नेंसी के 9 महीनों में शरीर में आए बदलावों को झेलना, डिलीवरी के दर्द भरे अनुभव से गुजरना, बच्चा होने के बाद रात भर जागना और बढ़ते वजन से परेशान रहना आम है. अक्सर महिलाएं बच्चा होने के बाद पोस्टपार्टम डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं. इससे बचने के लिए मदरहुड को एंजॉय करना बेहद जरूरी है.
हस्बैंड और घरवालों का साथ जरूरी
रिलेशनशिप एक्सपर्ट आशिता कहती हैं कि हर महिला मदरहुड को एंजॉय कर सकती है लेकिन इसके लिए उसे हस्बैंड और घरवालों का सपोर्ट मिलना बेहद जरूरी है. बच्चा भले ही महिला पैदा करे लेकिन उसे संभालने की जिम्मेदारी पिता की भी है. अक्सर नई मां का शरीर डिलीवरी जैसे बड़े इवेंट से गुजरा होता है. वहीं बच्चे की वजह से उनकी नींद पूरी नहीं होती, उन्हें अपने लिए वक्त नहीं मिल पाता इसलिए वह तनाव से घिर जाती हैं. ऐसे में हस्बैंड को चाहिए कि जब पत्नी सोए, वह बच्चे को संभालें. उसका डायपर बदलें, उसे नहलाएं. इस काम में घर के बाकी सदस्यों की भी मदद लें.
खुद को समय दें
नई मां बनने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आपकी जिंदगी खत्म हो गई है. हर महिला को इस दौरान वह सब काम करना चाहिए जिसे करके उन्हें खुशी मिले. न्यू मॉम को स्पा जाना चाहिए, मसाज कराएं, हस्बैंड के साथ डिनर डेट पर जाएं या मूवी देंखे. इन सब एक्टिविटीज से खुशी मिलती है इसलिए डिप्रेशन दूर रहता है. अक्सर महिलाएं बच्चा होते ही अच्छी मां बनने का प्रेशर लेने लगती हैं. परफेक्ट कोई नहीं होता है इसलिए अच्छी मां बनने के बारे में ज्यादा ना सोचें.
वजन से ना हों परेशान
अक्सर महिलाएं प्रेग्नेंसी के बाद अपने वजन और लुक्स को लेकर परेशान रहती हैं क्योंकि उनका फिगर पहले जैसा नहीं रहता. इससे परेशान होना ठीक नहीं है. आप दोबारा अट्रैक्टिव लुक पा सकती हैं लेकिन इसके लिए थोड़ा इंतजार करें. बेबी की डिलीवरी के बाद गर्भाशय दोबारा सिकुड़ना शुरू हो जाता है और 6 हफ्ते के बाद यूट्रस अपनी नॉर्मल शेप में आ जाता है. इसलिए इसके बाद हर महिला सही डाइट और एक्सरसाइज से अपनी पुरानी शेप में आ सकती है.
पोस्टपार्टम क्लासेज जरूर लें
नई मां के लिए बच्चे को संभालना एक नया एक्सपीरियंस होता है. उन्हें बेबी केयर के बारे में जानकारी नहीं होती. इसलिए हर महिला को बच्चा होने से पहले या 1 हफ्ते बाद पोस्टपार्टम क्लासेज जरूर लेनी चाहिए. इसमें नवजात को पकड़ने का सही तरीका, कैसे डायपर पहनाया जाए, बच्चे को कैसे दूध पिलाएं, टांकों का कैसे ध्यान रखें, बच्चे को कैसे नहलाएं, बच्चे की मालिश का तरीका क्या हो, उसे कपड़े कैसे पहनाएं, समेत कई चीजों के बारे में बताया जाता है. अगर मां को पहले ही इन चीजें का पता होगा तो तनाव दूर रहता है.
सारांश:
मदरहुड को एंजाय करने के लिए कुछ आसान तरीके अपनाएं, जिनसे पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचा जा सकता है। इन तरीकों से न केवल आपकी मानसिक स्थिति बेहतर रहेगी, बल्कि आप खुद से दोगुना प्यार महसूस करेंगी।