नई दिल्ली 10 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है. इस लिस्ट में शामिल होने वाले दिग्गजों की लिस्ट में अब उनका नाम जुड़ गया है. आईसीसी ने सोमवार को इस बात की घोषणा की. महान विकेटकीपर-बल्लेबाज अब यह सम्मान पाने वाले भारत के 11वें खिलाड़ी बन गए हैं. पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने धोनी की तारीफ करते हुए उनकी तुलना जेबकतरे से कर दी. मजाकिया अंदाज में कहा कि उनके हाथ जेबकतरे से भी तेज थे.
धोनी ने क्रिकेट की दुनिया में एक ऐसे बल्लेबाज के रूप में कदम रखा जो छक्के मारने में माहिर थे. उन्हें 2007 में पहले वर्ल्ड टी20 से पहले भारत का कप्तान बनाया गया, जिसे टीम ने जीतकर धोनी के कप्तानी के सफर की शुरुआत की. उन्होंने आईसीसी के तीन लिमिटेड ओवर टूर्नामेंट की ट्रॉफियां जीती. इसमें साल 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वनडे वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी शामिल हैं. वे ऐसा करने वाले एकमात्र कप्तान हैं.
धोनी की सबसे खास बात उनका शांत स्वभाव था. वे मैदान पर शायद ही कभी अपना आपा खोते थे. पूर्व भारतीय मुख्य कोच रवि शास्त्री का कहना है कि उन्होंने धोनी जैसा शांत खिलाड़ी कभी नहीं देखा. “मैंने कभी किसी को उनके जैसा शांत नहीं देखा. उनके लिए कुछ भी बदलता नहीं है. वे शून्य पर आउट होते हैं, वर्ल्ड कप जीतते हैं, शतक बनाते हैं, सब कुछ एक जैसा रहता है. दोहरा शतक, इस खिलाड़ी पर कोई फर्क नहीं पड़ता. यह कुछ ऐसा है जो मैंने किसी भी खिलाड़ी में नहीं देखा, कम से कम भारत से और इसमें महान सचिन तेंदुलकर भी शामिल हैं जो कभी-कभी गुस्सा हो जाते थे.”
धोनी की तेज ग्लववर्क ने अक्सर ध्यान खींचा, जिससे बल्लेबाज हैरान रह जाते थे. शास्त्री ने मजाक में कहा इयान बिशप से कहा, “उनके (धोनी) हाथ जेबकतरे से भी तेज थे. अगर आप कभी भारत में हैं खासकर अहमदाबाद में किसी बड़े मैच के लिए जा रहे हैं, तो आप नहीं चाहेंगे कि धोनी आपके पीछे हों. अपनी पीठ का ध्यान रखें. आपका बटुआ गायब हो जाएगा.”
धोनी ने कहा कि उनका नाम सर्वकालिक महान खिलाड़ियों कि लिस्ट में जुड़ना बड़े सम्मान की बात है. “आईसीसी हॉल ऑफ फेम में नामित होना एक सम्मान की बात है, जो पीढ़ियों और दुनियाभर के क्रिकेटर्स के योगदान को मान्यता देता है. ऐसे सर्वकालिक महान खिलाड़ियों के साथ अपना नाम याद किया जाना एक अद्भुत अनुभव है. यह कुछ ऐसा है जिसे मैं हमेशा संजोकर रखूंगा.”
सारांश:
पूर्व कोच रवि शास्त्री ने महेंद्र सिंह धोनी की विकेट के पीछे की चतुराई की तारीफ करते हुए उनकी तुलना एक जेबकतरे से कर दी। शास्त्री ने मजाकिया अंदाज़ में कहा कि धोनी इतनी जल्दी स्टंपिंग करते हैं कि सामने वाले को पता ही नहीं चलता — जैसे किसी ने चुपके से बटुआ निकाल लिया हो। उन्होंने दर्शकों को सावधान करते हुए कहा कि धोनी के हाथों से बचना नामुमकिन है।