चंडीगढ़, 23 फरवरी (भारत बानी): हरियाणा राज्य में भाजपा सरकार की व्यापक निंदा के कुछ ही घंटों के भीतर, अंबाला पुलिस ने ‘यू’ टर्न लेते हुए हरियाणा में प्रदर्शनकारी किसानों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने के अपने फैसले को पलट दिया।
अंबाला रेंज के आईजीपी सिबाश कबिराज ने एक प्रेस विज्ञप्ति में स्पष्ट किया कि जिला अंबाला के कुछ किसान यूनियन नेताओं के खिलाफ एनएसए लागू करने के मामले पर पुनर्विचार किया गया है और ऐसा नहीं करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि “हरियाणा पुलिस प्रदर्शनकारियों और उनके नेताओं से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में अधिकारियों के साथ सहयोग करने की अपील करती है।”
यहां यह उल्लेखनिया है कि अंबाला पुलिस ने गुरुवार देर रात हिंदी में एक बयान जारी किया और सीमा पर विरोध कर रहे किसानों पर एनएसए कानून लागू करने और उनकी संपत्तियों और बैंक खातों को जब्त/फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू की ताकि सरकार या व्यक्तिगत संपत्तियों की क्षति की भरपाई की जा सके।
यह भी याद रहे कि 21 फरवरी को हुई झड़प को लेकर हरियाणा पुलिस ने बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है।