किसानों पर हत्या के प्रयास के आरोप में एफआईआर भी दर्ज
चंडीगढ़ 23 फरवरी (भारत बानी): हरियाणा सरकार ने पंजाब के साथ राज्य की सीमा पर चल रहे विरोध प्रदर्शन के तहत किसान नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए), 1980 के प्रावधानों के तहत सख्त कार्रवाई शुरू की है।
एक आधिकारिक बयान में, अंबाला पुलिस ने कहा कि उसने “कानून व्यवस्था बनाए रखने और सामाजिक सद्भाव में गड़बड़ी को रोकने के लिए” किसान नेताओं को हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
बयान में कहा गया है कि इस आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभा रहे कई किसान यूनियन नेता कानून व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। आए दिन पुलिस प्रशासन पर पथराव व दंगा कर कानून व्यवस्था को बाधित करने का प्रयास किया जा रहा है। सोशल मीडिया के जरिए लगातार भड़काऊ भाषण दिए जा रहे हैं और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं। भाषणों के जरिए आंदोलनकारियों को प्रशासन के खिलाफ भड़काया जा रहा है और प्रशासनिक अधिकारियों व सरकार के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
हरियाणा पुलिस ने दावा किया है कि चल रहे आंदोलन के दौरान लगभग 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं और एक की मस्तिष्क रक्तस्राव के कारण मौत हो गई है, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी के दौरान मौत हो गई है।
अंबाला पुलिस ने यह भी आरोप लगाया कि आंदोलन की आड़ में असामाजिक तत्व उत्पात कर रहे हैं. इस दौरान गुंडों ने सरकारी और निजी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया है। आंदोलनकारियों द्वारा सरकारी और निजी संपत्ति को पहुंचाये गये नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
बयान में कहा गया है कि प्रशासन ने पहले ही आम जनता को सचेत कर दिया था कि अगर आंदोलन के दौरान आंदोलनकारी सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं, तो सरकार उनकी संपत्ति और बैंक खाते जब्त करके उनकी भरपाई करेगी।
पुलिस ने एक बयान में कहा है कि प्रशासन इस संबंध में किसान यूनियनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. अगर किसी आम आदमी को इस आंदोलन के दौरान संपत्ति का कोई नुकसान हुआ है तो वह प्रशासन को नुकसान का ब्योरा दे सकता है।
अंबाला पुलिस ने कहा कि उसने सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रदर्शनकारी किसानों की संपत्ति कुर्क करने और बैंक खाते जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और नुकसान की गणना की प्रक्रिया भी की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि अंबाला जिले में भारतीय किसान यूनियन (शहीद भगत सिंह) के अध्यक्ष अमरजीत सिंह मोहरी सहित स्थानीय नेताओं के खिलाफ संपत्ति कुर्क करने और बैंक खाते जब्त करने की कार्रवाई के संबंध में नोटिस जारी किए गए हैं जिस में इस यूनियन के प्रवक्ता तेजवीर सिंह, कोर कमेटी सदस्य जय सिंह जलबेड़ा, मंजीत सिंह (गांव गरनाला), गुरमीत सिंह (माजरी), कुलदीप सिंह (मोहरी) और सुखचैन सिंह (भरोग) सहित अन्य किसान नेता मौजूद हैं।
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि हरियाणा पुलिस ने 21 फरवरी को पंजाब के दाता सिंहवाला-खानौरी सीमा पर हुई हिंसा के संबंध में आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ हत्या के प्रयास के आरोप में एक प्राथमिकी भी दर्ज की है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।