राज्य का खजाना कभी भी खाली नहीं था लेकिन पिछली सरकारों में आम आदमी के कल्याण की मंशा नहीं थी 

पंजाब को बेरहमी से लूटने के लिए विरोधियों की निंदा की 

जनता का पैसा लूटकर अवैध रूप से बनाए गए महलों, पैलेसों, फार्महाउसों और रिसॉर्ट्स को ध्वस्त करने की घोषणा 

ढींढसा अकाली दल में घर वापसी कर सकते हैं लेकिन लोगों के घरों में नहीं घुस सकते

आगामी चुनाव के मद्देनजर लोगों को राहत देने के लिए मोदी पर साधा निशाना 

बीजेपी के पंजाब विरोधी रुख के मुद्दे पर कैप्टन, जाखड़ और मनप्रीत की चुप्पी पर उठाए सवाल 

संगरूर, 9 मार्च (भारत बानी) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को संगरूर जिले में कई विकास कार्यों की आधारशिला रखी और स्थानीय निवासियों को 869 करोड़ रुपये की सौगात दी। 

यहां विकास क्रांति रैली के दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हमेशा से चाहते थे कि इस क्षेत्र में एक अत्याधुनिक अस्पताल हो ताकि लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मिल सके।  उन्होंने कहा कि आज धूरी में 80 बैड वाले मातृ-शिशु अस्पताल, चीमा में 30 बैड वाले ग्रामीण अस्पताल और कौरियां में 30 बैड वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना से उनका सपना साकार हो गया है।  भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार पहले से ही अस्पताल के अंदर मरीजों को मुफ्त दवा उपलब्ध करा रही है ताकि मरीजों को बाहर न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि लोगों की सेवा के लिए हर अस्पताल में एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड मशीनें उपलब्ध करायी जा रही हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब देश का अन्न भंडार है और राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में 90 प्रतिशत से अधिक बलिदान पंजाबियों ने दिये हैं।  उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आम लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए कई पहलकदमियां की हैं।  यह दावा करते हुए कि 829 आम आदमी क्लीनिकों ने पंजाब में स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में क्रांति ला दी है, उन्होंने कहा कि इन क्लीनिकों में प्रतिदिन आने वाले 95 प्रतिशत से अधिक मरीज अपनी बीमारियों से ठीक हो जाते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि 15 अगस्त 2022 से इन क्लीनिकों के खुलने के बाद से यहां एक करोड़ से ज्यादा मरीजों का इलाज किया जा चुका है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि ये क्लीनिक पंजाब में स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को नया आयाम दे रहे हैं।  उन्होंने कहा कि इन क्लीनिकों में मरीजों को 80 तरह की दवाएं और करीब 40 टैस्ट मुफ्त दिए जा रहे हैं।  भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन क्लीनिकों ने पंजाब में लोगों को प्रभावित करने वाली विभिन्न बीमारियों का निदान करने और उनसे प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एक डेटाबेस तैयार करने में भी सरकार की मदद की है। 

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों की दर को रोकने और राज्य की सड़कों पर यातायात को सुव्यवस्थित करने के लिए सड़क सुरक्षा बल की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि अपनी तरह का यह पहला विशेष बल पंजाब में रोजाना होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में खो रही कीमती जिंदगियों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और यह बल गलत ड्राइविंग को रोकने, सड़कों पर वाहनों की आवाजाही को सुचारू करने और अन्य कार्यों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।  भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि इसकी शुरुआत में हर 30 किलोमीटर के दायरे में अत्याधुनिक उपकरणों से लैस 129 वाहनों को सड़कों पर तैनात किया गया है और इन वाहनों में किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को आपातकालीन उपचार प्रदान करने के लिए पूरी मेडिकल किट भी होगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य की शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है।  उन्होंने कहा कि अब तक आम आदमी के लिए अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलाना ही एकमात्र विकल्प था, लेकिन अब छह महीने के भीतर अभिभावकों में अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलाने की इच्छा जगेगी, क्योंकि शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार ने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य भर में उत्कृष्ट स्कूल स्थापित किए हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 1080 करोड़ रुपये की लागत से एक निजी कंपनी जीवीके पावर के स्वामित्व वाले गोइंदवाल पावर प्लांट को खरीदकर सफलता की नई कहानी लिखी गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब को आवंटित पछवाड़ा कोयला खदान के कोयले का इस्तेमाल केवल सरकारी बिजली संयंत्रों के लिए किया जा सकता है।  इस पावर प्लांट की खरीद से इस कोयले का उपयोग राज्य के हर क्षेत्र में बिजली पहुंचाने में किया जा सकेगा।  उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि पंजाब सरकार के जन-हितैषी फैसलों के कारण राज्य के 90 प्रतिशत उपभोक्ताओं को शून्य बिजली बिल मिल रहे हैं।

विरोधियों पर निशाने साधते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य का ख़ज़ाना कभी भी खाली नहीं रहा परन्तु राजनीतिक नेताओं के पास आम आदमी की भलाई के लिए नीयत की कमी थी, जिस कारण उन्होंने लोगों की भलाई के लिए कोई प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने निजी लाभ के लिए राज्य में से करोड़ों रुपए की लूट की है और इनके रिज़ोर्ट और फार्म हाऊसों का लग्जरी टैक्स माफ किया गया और अन्य सुविधाएं दी गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाले दिनों में लोगों को बहुत अच्छी ख़बर मिलेगी क्योंकि नेतायों द्वारा ग़ैर- कानूनी ढंग के साथ बनाऐ बड़े पेलैस और फार्म हाऊसों को जल्द गिरा दिया जाएगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन लोगों ने आम आदमी के खून-पसीने साथ कमाए पैसों के साथ यह शानदार महल बनाऐ हैं, जो बर्दाशत योग्य नहीं है और हर पंजाबी के मन को सुकून पहुंचाने के लिए इनको जल्दी ही ढह-ढेरी कर दिया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं को उनके गुनाहों के लिए अच्छा सबक सिखाया जाएगा और इसके लिए कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार लोगों का एक-एक पैसा आम आदमी की भलाई के लिए ख़र्च कर रही है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी मतदान के मद्देनज़र इन नेताओं ने लोगों को लुभाना शुरू कर दिया है, जो प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी द्वारा एल.पी.जी. की कीमतों में कटौती से स्पष्ट होता है। उन्होंने कहा कि कई सालों से उन्होंने ज़रूरी वस्तुओं की कीमतों में लगातार विस्तार किया परन्तु अब वह रेट में कटौती कर आम लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने लोगों को इन जुमलो के झांसो में न आने की सलाह दी क्योंकि ऐसे नेता दोगले चरित्र वाले हैं और ऐसे जुमलों के साथ आम लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश करते हैं। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा की अकाली दल में वापसी पर व्यंग्य कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका राजनीतिक करियर ख़त्म हो चुका है जो जनता की अपेक्षा पूरी तरह टूटने कारण कभी सीट नहीं जीत सके। उन्होंनो कहा कि चाहे ढींडसा परिवार ने अकाली दल में ‘ घर वापसी’ होने का दावा किया है, परन्तु वह अब कभी भी आम लोगों का दिल नहीं जीत सकते क्योंकि आम लोग जानते हैं कि यह नेता उनका कोई फ़ायदा नहीं चाहते। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जिस समय इन लोगों को राजनीति से सन्यास लेना चाहिए, उस समय यह राजनीतिक मौकाप्रस्त सिर्फ़ सत्ता की ख़ातिर अपनी वफ़ादारी बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनको न तो पंथ का फ़िक्र है और न ही राज्य का, बल्कि इनका एकमात्र उद्देश्य सत्ता हासिल करना है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो सालों को छोड़ कर राज्य में पिछले 75 सालों में कोई विकास नहीं हुआ क्योंकि इन नेताओं में लोगों की सेवा करने का इरादा और इच्छा शक्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने आम आदमी की परवाह किए बिना सिर्फ़ अपने परिवारों के लिए पंजाबियों का पैसा लूटा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब पहली बार राज्य की भलाई और लोगों की खुशहाली के लिए नीतियां बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह अपने आप में ही एक इतिहास है। 

मुख्यमंत्री ने आर.डी.एफ. और एन.एच.एम. के फंड्स को रोकने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की, जिससे राज्य के विकास में रुकावट आ रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 8000 करोड़ रुपए से अधिक के फंडों को गलत तरीको साथ रोका गया है, जो राज्य के साथ  बेइन्साफ़ी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को आगामी लोक सभा मतदान में हरा कर अच्छा सबक सिखाना चाहिए। 

मुख्यमंत्री ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह, सुनील जाखड़, मनप्रीत बादल और अन्य नेता सत्ता का सुख लेने के लिए पंजाब के साथ सम्बन्धित मुद्दों पर चुप्पी धारी बैठे है। उन्होंने कहा कि एक तरफ़ भाजपा सरकार राज्य के साथ सौतेली मां वाला सलूक कर रही है और दूसरे तरफ़ यह नेता अपने हितों के लिए भगवा पार्टी के गुण गा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इनका राजनीतिक करियर ख़त्म कर इन्हें अच्छा सबक सिखाने की ज़रूरत है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी खजाने का एक- एक पैसा लोगों की भलाई के लिए खर्च किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने लोगों को न्योता दिया कि वे सभी 13 लोक सभा सीटों पर आम आदमी पार्टी की जीत यकीनी बनाए जिससे केंद्र सरकार की पक्षपाती नीतियों का मुकाबला किया जा सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पार्टी को 13- 0 के साथ जिता कर ‘आप’ पार्टी को और मज़बूत करने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि आप के 13 संसद मैंबर चुने जाने के साथ राज्य के विकास और तरक्की को बल मिलेगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को किसी भी व्यक्ति विशेष कर केंद्र में बैठे सत्ताधारी नेताओं से किसी तरह की मंजूरी की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की परेड दौरान राज्य की झांकी को रद्द कर दिया था, जबकि सच्चाई यह है कि आज़ादी के संघर्ष के लिए 90 प्रतिशत बलियों पंजाबियों की तरफ से दी गई। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के साथ सौतेली मां वाला सलूक न बर्दाशत करने योग्य है क्योंकि देश भक्ति और राष्ट्रवाद को दिखाती झांकी को रद्द करने का किसी को कोई अधिकार नहीं है।

Bharat Baani Bureau

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