कई तरह की फूल-पत्तियों पर अनुसंधान शुरू

चंडीगढ़, 21 मार्च (भारत बानी): महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय, करनाल द्वारा के वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न फूल-पत्तियों से हर्बल गुलाल तैयार किये जा रहे हैं। इन प्रयासों में वैज्ञानिकों को गेंदे की फूल पत्तियों और चुकंदर से हर्बल गुलाल तैयार करने में सफलता पाई हैं। एमएचयू द्वारा विभिन्न फूलों पर अनुसंधान किया जा रहा है।

विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय का प्रमुख उद्देश्य है कि लोगों को किसानों को प्राकृतिक खेती के साथ जोड़ना है। जैसे-जैसे प्राकृतिक खेती बढ़ेगी उसी अनुरूप लोगों का रुझान भी प्राकृतिक खेती के उपजी फसलों की ओर जाएगा। उनके उत्पादों के फायदों के प्रति जागरूक करने के लिए एमएचयू तेजी से प्रयास कर रही हैं।

उन्होंने बताया कि एमएचयू ने होली पर्व को देखते हुए गेंदे की फूल पत्तियों और चुकंदर से हर्बल गुलाल तैयार किया है जो केमिकल रहित है। बाकि कई प्रकार के फूलों से हर्बल गुलाल तैयार करने की दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि आजकल लोगों में प्राकृतिक रंगों के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। ऐसे में एमएचयू द्वारा तैयार किए जा रहे हर्बल रंगों का रुझान एकदम बढ़ेगा।

हर्बल गुलाल का रंग भी प्राकृतिक ही रखा गया

प्रवक्ता ने बताया कि एमएचयू की टीम ने फूल पत्तियों व फलों को सुखाकर बारीक पिसाई करके यह रंग तैयार किए हैं। किसी तरह का दूसरा रंग या केमिकल्स का प्रयोग नहीं किया गया हैं। उन्होंने कहा कि जिन फूलों से हर्बल गुलाल बनाया गया हैं, वे उन फूलों की पैदावार भी उद्यान विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं की हैं। होली पर्व पर हर्बल गुलाल का प्रयोग करें।

Bharat Baani Bureau

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